अमित पांडेय, डोंगरगढ़। राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ में अवैध नशे का कारोबार बेलगाम हो चुका है। लगातार बढ़ती शराबखोरी और नशे की लत ने जहां युवाओं को जकड़ लिया है, वहीं अपराध का ग्राफ भी तेजी से ऊपर जा रहा है। पुलिस कभी-कभार बड़ी कार्रवाई कर सुर्खियां बटोरती है, लेकिन आबकारी विभाग की मौन सहमति और ढीली कार्रवाई अब जनता के गले की हड्डी बन गई है। इसी आक्रोश ने आज डोंगरगढ़ की सड़कों पर जनसैलाब उतार दिया।


ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के बैनर तले आयोजित इस विरोध-प्रदर्शन में कुछ ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसने सबका ध्यान खींचा। प्रदर्शनकारियों ने आबकारी विभाग के दफ्तर के बाहर नारेबाजी करते हुए बैनर टांगे और पर्चे बांटे। इन पर्चों में उन्होंने व्यंग्य करते हुए आबकारी विभाग से अवैध शराब बेचने की अनुमति मांगी।कांग्रेस का आरोप था कि विभाग खुद शराब माफियाओं को संरक्षण दे रहा है और इसके चलते क्षेत्र नशे की दलदल में धंसता जा रहा है। प्रदर्शन में डोंगरगढ़ विधायक हर्षिता स्वामी बघेल, पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष नवाज खान, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष विजय राज सिंह सहित कांग्रेस के कई पदाधिकारी, कार्यकर्ता और आम नागरिक बड़ी संख्या में शामिल हुए। माहौल इतना तीखा रहा कि प्रदर्शन के बीच ही जिले के प्रभारी आबकारी सहायक आयुक्त अभिषेक तिवारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से चर्चा की, उनकी बातें सुनीं और ज्ञापन प्राप्त किया। तिवारी ने भरोसा दिलाया कि आने वाले दिनों में अवैध नशे के कारोबार पर ठोस कार्रवाई की जाएगी।

गौर करने वाली बात यह है कि हाल ही में डोंगरगढ़ पुलिस ने एक फार्महाउस से 400 पेटी से अधिक अवैध शराब बरामद की थी। सवाल यही उठ रहा है कि इतनी बड़ी खेप आबकारी विभाग की नाक के नीचे कैसे पक चुकी और विभाग को भनक तक क्यों नहीं लगी? स्थानीय लोग मानते हैं कि यह विभाग की मिलीभगत का नतीजा है, वरना इतने बड़े स्तर पर कारोबार मुमकिन ही नहीं। अब सवाल यह है कि क्या आबकारी विभाग का आश्वासन केवल औपचारिकता साबित होगा या सचमुच डोंगरगढ़ की सड़कों से नशे का जाल खत्म होगा? जनता की निगाहें अब आने वाले दिनों पर टिकी हैं।
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