जुबैर अंसारी/सुपौल। जिला के ऐतिहासिक गांधी मैदान में मंगलवार को आयोजित एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला जब पहली बार मंच पर बैठे मंत्री और नेता कार्यकर्ताओं का इंतजार करते दिखे। तेज बारिश के कारण मैदान में जलभराव हो गया था जिससे शुरुआत में कार्यकर्ता मौके पर नहीं पहुंच सके। हालात ऐसे बने कि पूरा गांधी मैदान मानो तालाब में तब्दील हो गया।

मंत्री पहुंचे समय पर, पर खाली रहीं कुर्सियां

सम्मेलन में बिहार सरकार के मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव और सांसद दिलेश्वर कामत अपने निर्धारित समय पर गांधी मैदान पहुंच गए थे। मंच पर नेता मौजूद थे लेकिन सामने कुर्सियां खाली दिख रही थीं। कुछ समय तक तो मंत्री विजेंद्र यादव असहज और नाराज़ भी नजर आए। बारिश के कारण कार्यकर्ता समय पर नहीं पहुंच सके।

भीगते हुए पहुंचे कार्यकर्ता, मंत्री का चेहरा खिला

हालांकि कुछ ही देर बाद कार्यकर्ताओं की भीड़ मैदान की ओर बढ़ने लगी। बारिश की परवाह किए बिना कार्यकर्ता भीगते हुए गांधी मैदान पहुंचे। जैसे ही मैदान में भीड़ जुटी। मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव का चेहरा खिल गया। उन्होंने कहा कि यह समर्पण ही एनडीए की ताकत है।

गांधी मैदान बना जलभराव का केंद्र

सुबह से हो रही रुक-रुक कर तेज बारिश ने गांधी मैदान को पूरी तरह जलमग्न कर दिया था। सम्मेलन के लिए लगाए गए टेंट और साउंड सिस्टम भी बारिश से प्रभावित हुए। कार्यकर्ताओं को कीचड़ और पानी के बीच खड़े होकर कार्यक्रम में शामिल होना पड़ा।

मंच पर जुटे एनडीए के दिग्गज नेता

इस सम्मेलन में बिहार सरकार के मंत्री सरवन कुमार, निर्मली विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव, पूर्व विधायक लखन ठाकुर, पिपरा विधायक रामविलास कामेत , जदयू जिला अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव, भाजपा जिला अध्यक्ष नरेंद्र ऋषिदेव, पूर्व सभापति हारून रशीद, भाजपा नेता रामकुमार राय, जदयू नेता ओमप्रकाश यादव, खुर्शीद आलम नगर परिषद मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा राघव सहित एनडीए के तमाम नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना

कार्यकर्ता सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य था मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाना। साथ ही स्थानीय विधायक एवं मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव के कार्यों को भी आम लोगों तक पहुंचाने की बात की गई।