वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर. अमृत महोत्सव 2.0 के तहत देशभर में आज अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद ने “मेगा रक्तदान शिविर” का आयोजन किया। बिलासपुर में भी गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, कोनी और गुजराती समाज, टिकरापारा समेत 2 अन्य स्थानों पर रक्तदान शिविर आयोजित हुआ, जिसमें युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

विश्व की सर्वाधिक रक्तदाता संस्था अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद ने अपने 61वें स्थापना दिवस पर भारत सरकार के साथ मिलकर युवाओं के सकारात्मक सक्रिय सहयोग से देश और विदेशों में 7500 से अधिक रक्तदान शिविरों का आयोजन कर नया कीर्तिमान रचा। मानव सेवा के इस महाअभियान में पूरे देश में 4000 रक्त बैंक, 5000 डॉक्टर्स, 25 हजार टेक्निशीयन, 1 लाख स्वयंसेवक जुड़कर 3 लाख यूनिट रक्त एकत्र करने का लक्ष्य रखा था।

बता दें कि विगत दस वर्षों में परिषद ने 10 लाख से अधिक यूनिट रक्त संग्रहित किया है। 2014 में एक ही दिन में सर्वाधिक रक्तदान का रिकार्ड गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में परिषद ने दर्ज किया है। इसी तरह कोरोनाकाल में 3000 से अधिक प्लाज्मा डोनेट करवाकर एशिया बुक व इंडिया बुक ऑफ रिकर्ड में परिषद अपना नाम दर्ज करवा चुकी है। वर्ष 2022 में परिषद ने 6149 रक्तदान शिविरों का आयोजन कर 250000 यूनिट रक्त संग्रह करने पर ब्रिटिश पार्लियामेन्ट में भी लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी है।

भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, रेल मंत्रालय, युवा मामले और खेल मंत्रालय तीन मंत्रालय तथा रेलवे पुलिस फोर्स व एनएसएस इस अभियान में जुड़े थे। भारत सरकार की स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलित्य श्रीवास्तव ने सारे राज्यों के स्टेट प्रिंसिपल, हेल्थ संक्रेटरी आदि को पत्र लिखकर इस अभियान में भागीदारी सुनिश्चित करने का लक्ष्य दिया था। अनेक प्रमुख राजनेता जैसे स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, युवा एवं खेल मंत्री मनसुख मंडाविया आदि का समर्थन इस अभियान को प्राप्त हुआ।

देश के अनेक छोटे-बड़े एनजीओ एवं सामाजिक संस्थाओं ने इस अभियान में सहयोग किया। अभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग माध्यमों एवं संपर्कों से बड़ी-बड़ी औद्योगिक इकाईयों के कर्मचारी, सरकारी कर्मचारी आदि को रक्तदान के लिए प्रेरित किया गया।