प्रमोद कुमार / कैमूर। जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। मोहनिया स्थित एक पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रिंसिपल को 60,000 की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना की टीम ने की है।
निगरानी विभाग के पुलिस उपाधीक्षक विप्लव कुमार ने जानकारी दी कि मोहनिया के मछनहट्टा स्थित सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय कुमार ने उसी कॉलेज में कार्यरत एक प्रोफेसर से मार्च महीने से वेतन की निकासी के एवज में 60,000 की रिश्वत की मांग की थी। शिकायत मिलने पर निगरानी थाना कांड संख्या 82/25 के तहत मामला दर्ज किया गया और सत्यापन में यह आरोप सही पाया गया।

कार्यालय में ही रंगेहाथों दबोचा

इसके बाद पटना से निगरानी विभाग की विशेष टीम गठित की गई जिसमें करीब 10 सदस्यों को शामिल किया गया। योजना के तहत जैसे ही प्रिंसिपल ने रिश्वत की राशि ली टीम ने उनके कार्यालय कक्ष में ही रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद प्रिंसिपल को कानूनी प्रक्रिया के तहत हिरासत में ले लिया गया है और आगे की जांच जारी है।

भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस

निगरानी विभाग के डीएसपी ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है। कोई भी व्यक्ति अगर सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करता है या आम लोगों से रिश्वत मांगता है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

शिक्षा विभाग की साख पर सवाल

एक तरफ बिहार सरकार तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कर रही है वहीं ऐसे भ्रष्टाचार के मामले शिक्षा व्यवस्था की साख पर सवाल खड़े करते हैं। पॉलिटेक्निक जैसे संस्थानों में इस तरह की घटनाएं न केवल छात्रों बल्कि स्टाफ के मनोबल को भी प्रभावित करती हैं।