लखनऊ। ऑनलाइन गेम में लाखों रूपए हारने के बाद आत्महत्या करने वाले छात्र यश के केस में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। बिहार के गिरोह ने यश को गेम में फंसाया था। एक युवती लगातार यश से पैसे वसूल रही थी। युवती का साथी भी यश से संपर्क में था। इतना नहीं आरोपियों ने यश से कई कीमती चीजों की खरीद कराई। जिसका भुगतान यश यूपीआई से करता था। यश ने अपने पिता के खाते से 400 बार रकम भेजी है। रकम छह अलग-अलग खातों में भेजी गई। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि राजधानी लखनऊ के 13 वर्षीय यश ने ऑनलाइन गेम फ्री फायर की लत के चलते अपने पिता के बैंक खाते से 14 लाख रुपये गवा दिए थे। जिसके बाद डर और पश्चाताप में उसने आत्महत्या कर ली थी। यश के पिता एक किसान थे और खेत बेचकर यह पैसे जमा किए थे ताकि घर बनवाया जा सके। जब पिता को बैंक से पैसे गायब होने का पता चला और वे पूछताछ करने ही वाले थे, तब यश ने यह घातक कदम उठाया और आत्महत्या कर लिया था। सुसाइड से पहले उसने मोबाइल फोन को रीसेट कर दिया था। जिससे सभी डेटा मिट गया।
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यश के माता-पिता का कहना था कि उनके बेटे ने एक बार उनसे अपनी परेशानी नहीं बताई। सुरेश ने बताया कि मैं 20 हजार रुपये निकालने बैंक गया था। इसी दौरान मुझे रकम न होने की जानकारी हुई थी। जिसके बाद बैंक मैनेजर से बातचीत की और उसने बताया कि पूरी रकम फ्री फायर गेम खेलने के दौरान खर्च की गई। सुरेश के घर में एक ही मोबाइल फोन है। इसी फोन में उसका बैंक खाता लिंक था। यश ने उसी फोन में फ्री फायर डाउनलोड किया और गेम खेलने लगा। इस दौरान वह पैसे कमाने के चक्कर में फंस गया और पूरा खाता खाली कर दिया।
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