अनिल मालवीय, सीहोर। बीते अगस्त महीने में कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष वितरण के दौरान भगदड़ में दो महिलाओं की मौत हो गई थी। इसमें यूपी के फिरोजाबाद की एक महिला श्रद्धालु थी। करीब डेढ़ महीना बीतने के बाद परिवार को न तो सहायता राशि मिली न ही घटना के लिए कोई जबाबदेही तय की गई है। पीड़ित परिवार ने शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है।

7 श्रद्धालुओं की जान चली गई थी

बता दें कि 6 अगस्त को कुबरेश्वर धाम में कांवड़ यात्रा हुई थी। इसमें बड़ी संख्या मे श्रद्धालु देशभर से पहुंचे थे। इस दौरान घंटों ट्राफिक जाम रहा और अव्यवस्थाओं के कारण से तीन दिनों में 7 श्रद्धालुओं की जान चली गई थी। पीड़ित परिवार ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर आर्थिक सहायता और आयोजन समिति के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।

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परिवार की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई

मानसी गुप्ता ने बताया कि 5 अगस्त को उनकी मां संगीता गुप्ता की कुबरेश्वर धाम भगदड़ में मौत हो गई थी। मेरे पिता मजदूर है और मां चूड़ी बेचकर परिवार का भरण पोषण करती थी। मां की मौत के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद गड़बड़ा गई है। पीड़ित परिवार ने सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत की है।

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आयोग ने पूछा क्या आर्थिक सहायता की गई

श्रद्धालुओं की मौत मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने 6 अगस्त को सीहोर एसपी और कलेक्टर से जांच प्रतिवेदन 15 दिन के भीतर मांगा था। आयोग ने यहां भीड़ प्रबंधन की क्या व्यवस्था थी, घायलों के इलाज में क्या कार्रवाई की गई। मृतकों को क्या आर्थिक सहायता की गई आदि जानकारी मांगी थी।

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