राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश, जो देश का सबसे बड़ा टाइगर स्टेट के रूप में जाना जाता है, अब अपने बाघों को पड़ोसी राज्यों में बसाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। यहां के बांधवगढ़, पेंच और कान्हा टाइगर रिजर्व से करीब 10 से 15 बाघों को छत्तीसगढ़, राजस्थान और ओडिशा भेजने की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इनमें नर और मादा बाघों की जोड़ी भी शामिल होगी, ताकि इन राज्यों में बाघों की आबादी बढ़े और जीन पूल मजबूत हो।
READ MORE: ई-अटेंडेंस में रेगुलर शिक्षक पीछे, अतिथि आगे: नवरात्रि के पहले दिन स्कूल शिक्षा विभाग ने बुलाई बैठक
नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) की मंजूरी के बाद यह ट्रांसलोकेशन शुरू होने जा रही है, जिसमें प्राप्त करने वाले राज्य ही सारे खर्च उठाएंगे। यह पहली बार है जब मध्य प्रदेश इतनी बड़ी संख्या में बाघों को अन्य राज्यों में स्थानांतरित करेगा। राज्य में कुल 785 बाघ होने के कारण यह संभव हो पा रहा है, जो देश में सबसे ज्यादा है। ट्रांसलोकेशन के तहत बांधवगढ़, पेंच और कान्हा टाइगर रिजर्व से चयनित बाघों को विशेष वाहनों में ले जाया जाएगा, और पूरी प्रक्रिया अधिकृत पशु चिकित्सकों की निगरानी में होगी।
दूसरे राज्यों के अफसर आएंगे एमपी
ट्रांसलोकेशन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए मध्य प्रदेश तीनों राज्यों के वन अधिकारियों को विशेष ट्रेनिंग देने की तैयारी कर रहा है। दूसरे राज्यों के अफसरों को भोपाल बुलाकर बाघों की देखभाल, ट्रैकिंग और संरक्षण की ट्रेनिंग दी जाएगी। अक्टूबर 2025 में यह ट्रेनिंग सेशन आयोजित करने का प्लान है।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें