वीरेंद्र कुमार/ नालंदा। हरनौत प्रखंड के सरथा पंचायत के ताड़ापर गांव में शुक्रवार को हुए एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर दिया। शादी से पहले आयोजित छेका कार्यक्रम में शामिल होने निकले गांव के चार लोग अचानक ट्रेन की चपेट में आ गए। हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक युवक जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।

मृतकों की पहचान

हादसे में जीतू मांझी (23), गोविंदा मांझी (20) और रीतलाल मांझी (65) की मौत हो गई। वहीं जगलाल मांझी गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल को पहले पटना पीएमसीएच ले जाया गया लेकिन वहां भर्ती नहीं किया गया। इसके बाद उन्हें बिहार शरीफ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।

रेल पटरी पार करते वक्त हुआ हादसा

ग्रामीणों ने बताया कि करीब 50 लोग पैदल रेल पटरी किनारे से गुजर रहे थे। दोपहर साढ़े तीन बजे अचानक ट्रेन आ गई और चार लोग उसकी चपेट में आ गए। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। एक ही गांव से तीन अर्थियां उठते ही मातमी सन्नाटा छा गया।

गांव में कोहराम

पोस्टमार्टम के बाद जब शव गांव पहुंचे तो कोहराम मच गया। महिलाओं की चीखें और बच्चों की सिसकियां पूरे माहौल को गमगीन कर गईं। शादी के घर में मातम का माहौल बन गया। लोगों का कहना था कि खुशियों का मौका कुछ ही पल में गहरे दुख में बदल गया।

प्रशासन पर लापरवाही का आरोप

सरथा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि रविशंकर प्रसाद सिंह ने बताया कि मृतकों के परिजनों को तत्काल तीन-तीन हजार रुपये की अंत्येष्टि सहायता दी गई है। लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी प्रखंड स्तर का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। लोगों ने प्रशासन पर संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की।

पुलिस की कार्रवाई

रेल थाना पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। वहीं स्थानीय थाना पुलिस का कहना है कि उन्हें औपचारिक जानकारी नहीं मिली है। फिलहाल परिजनों से पूछताछ की जा रही है और घटना की जांच जारी है।