भुवनेश्वर। ओडिशा की प्रमुख महिला कल्याण योजना, सुभद्रा योजना की तीसरी किस्त से लगभग 4 लाख लाभार्थी 5,000 रुपए की राशि प्राप्त करने से वंचित रह गए, जिससे चिंताएं बढ़ गई है। इस मामले में विधायक गणेश्वर बेहरा ने सवाल उठाया था, जिस पर उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने विधानसभा सत्र के दौरान वंचितों के आंकड़ों का खुलासा किया था।

जानिए आधिकारिक आंकड़े
तीसरी किस्त से 3,99,352 महिलाएं वंचित रहीं.
दूसरी किस्त से 1,83,785 महिलाएं वंचित रहीं.
1.28 करोड़ महिलाओं को पहली किस्त मिली.
1.96 करोड़ महिलाओं को दूसरी किस्त मिली.
96.96 लाख महिलाओं को तीसरी किस्त मिली.
योजना के तहत कुल 1.98 करोड़ आवेदन जमा किए गए थे.
आय, वाहन स्वामित्व, भूमि स्वामित्व या राशन कार्ड डेटा में विसंगति, अपात्रता सहित विभिन्न कारणों से वंचितों को बाहर रखा गया था। सरकार ने वंचित लाभार्थियों की स्थिति का पुनर्मूल्यांकन करने के लिए क्षेत्र-स्तरीय सत्यापन शुरू कर दिया है। उपमुख्यमंत्री परिडा ने आश्वासन दिया कि चल रहे सर्वेक्षण के निष्कर्ष आगे की कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी को सौंपे जाएंगे। 2024 में शुरू की गई सुभद्रा योजना का उद्देश्य 21-60 वर्ष की आयु की महिलाओं को पांच वर्षों में अर्धवार्षिक किश्तों में 50,000 रुपए प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाना है।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें