लखनऊ. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर अमेरिकी राष्ट्रपति के H1-B वीजा शुल्क (H1-B Visa Fees) बढ़ाने पर करारा हमला बोला है. साथ ही विदेश नीति पर भी सवाल खड़े किए हैं. अखिलेश यादव ने कहा, भाजपा राज में विदेश नीति का आपातकाल आ गया है. भाजपा सरकार न मनचाहे टैरिफ से बचा पा रही है और न ही मनमानी वीजा फीस से.
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आगे अखिलेश यादव ने कहा, भाजपा न पड़ोसी देशों से संबंधों को, न गुटनिरपेक्षता की ऐतिहासिक नीति को, न प्रवासी भारतीयों को हथकड़ी, जंजीर से और न ही सरेआम अपमान से, न विदेश में बसे भारतीयों को हिंसक हमलों से और न आंतकवाद पर किसी देश को साथ ला पा रही है. भाजपा सरकार ने विदेश नीति को ताक पर रख दिया है.
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88 लाख लगेगा वीजा शुल्क
दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुक्रवार (स्थानीय समय) को एक घोषणा की थी. कुछ गैर-अप्रवासी कामगारों के प्रवेश पर प्रतिबंध’ शीर्षक से जारी इस आदेश में H-1B वीजा कार्यक्रम में बड़े बदलाव किए गए थे. इसके तहत अब H-1B वीजा के लिए आवेदन करने पर 1 लाख डॉलर का वार्षिक शुल्क लगाया गया है, जो 21 सितंबर से लागू हो गया है. अमेरिका में काम करने वाले बाहरी देशों के नागरिकों को H-1B वीजा लेना पड़ता है. इस वीजा का वर्तमान शुल्क लगभग 1,000 से 5,000 डॉलर के बीच था, लेकिन ट्रंप सरकार ने इसे बढ़ाकर 1 लाख डॉलर (करीब 88 लाख रुपये) कर दिया है. इस फैसले के बाद कई अमेरिकी कंपनियों के लिए अपने यहां विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त करना बेहद मुश्किल हो जाएगा.
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