पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को राजधानी में बने आधुनिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी का उद्घाटन किया। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, शिक्षा मंत्री सुमित कुमार सिंह और भवन निर्माण मंत्री जयंत राज भी मौजूद रहे। भवन निर्माण विभाग और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की संयुक्त पहल से तैयार यह भव्य संस्थान पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. कलाम की स्मृति को समर्पित है।

नया विज्ञान केंद्र में मिलेगी सुविधाएं

साइंस सिटी का उद्देश्य बच्चों, युवाओं और शोधकर्ताओं को विज्ञान व नवाचार की ओर आकर्षित करना है। यहां 269 इंटरएक्टिव प्रदर्श लगाए गए हैं, जिनसे छात्र-छात्राएं खुद प्रयोग करके विज्ञान को सीख सकेंगे। इसके अलावा यहां भ्रमण के साथ-साथ प्रयोगों और गतिविधियों के जरिए विज्ञान को समझने का नया दृष्टिकोण मिलेगा।

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस

इस साइंस सिटी में दर्शकों के लिए कई आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं पांच थीम आधारित गैलरी – बी अ साइंटिस्ट गैलरी, बायोलॉजिकल साइंस गैलरी, चिल्ड्रन एक्टिविटी गैलरी, इन्वेंशन गैलरी और एडवेंचर आईलैंड। 4D थिएटर और ऑडिटोरियम आधुनिक तकनीक से सुसज्जित, जहां विज्ञान की रोमांचक प्रस्तुतियां होंगी। साइंस टनल ब्रह्मांड और अंतरिक्ष विज्ञान की रहस्यमयी यात्रा का अद्भुत अनुभव कराएगी।

पूर्वी भारत के लिए बड़ी पहल

नीतीश कुमार ने कहा कि यह साइंस सिटी न केवल बिहार बल्कि पूरे पूर्वी भारत के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी को समझने का प्रमुख केंद्र बनेगा। आने वाले समय में यह संस्थान विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं और आम जनता के लिए विज्ञान शिक्षा की सबसे बड़ी प्रयोगशाला साबित होगा।

कलाम की स्मृति को समर्पित

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की स्मृति में बनी यह साइंस सिटी उनकी वैज्ञानिक सोच और शिक्षा के प्रति समर्पण का प्रतीक है। उम्मीद जताई जा रही है कि यह संस्थान आने वाली पीढ़ियों को विज्ञान और नवाचार की राह पर प्रेरित करेगा।