बेगूसराय। बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बेगूसराय में राजनीतिक समीकरण तेजी से बदलते नजर आ रहे हैं। रविवार को जेडीयू के चर्चित और प्रभावशाली नेता राजेश कुमार ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया। वे खातोपुर में आयोजित अति पिछड़ा अधिकार सम्मेलन-सह-बहुजन मिलन समारोह में कांग्रेस में शामिल हुए। इस मौके पर प्रदेश स्तर के कई बड़े नेता भी मौजूद रहे।

पार्टी को मिली मजबूती

कार्यक्रम में मौजूद बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि राजेश कुमार जैसे नेता के पार्टी में आने से कांग्रेस को जमीनी स्तर पर मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आज राहुल गांधी के नेतृत्व में वोट अधिकार यात्रा के जरिए आम जनता की लड़ाई लड़ रही है। राजेश राम ने यह भी आरोप लगाया कि एनडीए सरकार के खिलाफ राज्य में जनाक्रोश चरम पर है और हाल ही में वोटर लिस्ट से 65 लाख से अधिक नामों को हटाना लोकतंत्र पर सीधा हमला है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग को स्पष्ट करना चाहिए कि ये नाम किसके थे और क्यों हटाए गए।

न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं राहुल

राजेश राम ने यह भी कहा कि राहुल गांधी लगातार सामाजिक न्याय ओबीसी ईबीसी और वंचित वर्गों के हक की बात कर रहे हैं। आने वाले समय में कांग्रेस बिहार में सभी वर्गों को साथ लेकर चलने का प्रयास करेगी। कार्यक्रम में यह घोषणा भी की गई कि 26 सितंबर से हर जिले में हर घर अधिकार सम्मेलन की शुरुआत की जाएगी जिसमें माई बहन योजना 200 यूनिट फ्री बिजली जैसी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।

कांग्रेस से जुड़ रहा हर वर्ग

युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शिवप्रकाश गरीबदास ने कहा कि आज का सम्मेलन कांग्रेस के लिए सकारात्मक संकेत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में हर वर्ग हर समुदाय के लोग लगातार जुड़ रहे हैं। राजेश कुमार जैसे स्थानीय नेताओं का पार्टी से जुड़ना बेगूसराय को फिर से कांग्रेस का गढ़ बनाएगा।

भाजपा सिर्फ प्रोपगंडा करती है

कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता शकील अहमद खान ने भाजपा पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा प्रचार आधारित राजनीति करती है जबकि कांग्रेस आदर्शों और संविधान के सिद्धांतों पर चलती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही वह पार्टी है जिसने देश को आज़ादी दिलाई और अब सामाजिक न्याय की नई लड़ाई लड़ रही है।