Jitan Ram Manjhi: बिहार का चुनाव जैसे-जैसे नजदिक आ रहा है। वैसे-वैसे सियासी सरगर्मी तेज होती जा रही है। बिहार में इस समय मुख्य रूप से एनडीए और महागठबंधन के बीच लड़ाई चल रही है। दोनों ही दलों में सीट बंटवारे को लेकर पेच फंसा हुआ है। महागठबंधन में जहां राजद और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर समझौता नहीं हो पा रहा है। वहीं, एनडीए में मांझी और चिराग अधिक से अधिक सीटें लेने के लिए दबाव बना रहे हैं। इस बीच कल रविवार को हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान दिया है।

हमें गंभीरता से नहीं लिया जाता- मांझी

सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर में आयोजित मिलन कार्यक्रम में पहुंचे जीतन राम मांझी ने अपनी राजनीतिक रणनीति और अधूरी योजनाओं पर खुलकर बात की। मांझी ने कहा कि, बिहार विधानसभा में उनकी पार्टी के केवल चार विधायक हैं, इसलिए उनकी आवाज़ को गंभीरता से नहीं लिया जाता। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि, अकेला चना भार नहीं फोड़ता।

2025 चुनाव का लक्ष्य- मांझी

पूर्व मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि, उनकी पार्टी लगातार जनता के बीच जा रही है। उनका लक्ष्य है कि 2025 के विधानसभा चुनाव में कम से कम 20 विधायक हम पार्टी से चुनकर आएं। तभी वे गरीबों और वंचितों के लिए अपनी अधूरी योजनाओं को पूरा करा पाएंगे।

नीतीश सरकार पर आरोप

अपने सीएम कार्यकाल को याद करते हुए मांझी ने कहा कि, उन्होंने भूमि सुधार विभाग को आदेश दिया था कि राज्य की 16–17 लाख एकड़ सरकारी जमीन में से लगभग 13 लाख एकड़ भूमिहीनों को बांटी जाए। कैंप लगाकर काम शुरू भी हुआ, लेकिन उनके पद छोड़ने के बाद योजना अधूरी रह गई। मांझी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ने पहल तो की, लेकिन योजना आज तक पूरी तरह लागू नहीं हुई।

आवास योजना पर उठाया सवाल

आवास योजनाओं को लेकर भी मांझी ने नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा कि, इंदिरा आवास और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत केवल एक कमरे का प्रावधान है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि, क्या लोग जानवर हैं कि मां-बाप, बेटा-पतोहू, बेटी-दामाद सब एक ही कमरे में रहें? मांझी ने सरकार से मांग की कि कम से कम 5 डिसमिल जमीन पर दो कमरों का घर बने, जिसमें शौचालय और बिजली की सुविधा भी हो।

‘भारतीय संस्कृति के खिलाफ गाली-गलौज’

आरजेडी की हालिया सभा में प्रधानमंत्री की मां को गाली देने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए मांझी ने इसे “अत्यंत घृणित” बताया। उन्होंने कहा कि, किसी को गाली देना भारतीय संस्कृति के खिलाफ है और ऐसे व्यक्ति को आदमी कहना भी उचित नहीं।

एनडीए में सबकुछ ठीक-मांझी

सीट बंटवारे के सवाल पर मांझी ने कहा कि, इस मुद्दे पर अभी चर्चा नहीं हुई है, संभव है कि दशहरे के बाद विमर्श हो। उन्होंने साफ किया कि एनडीए में किसी प्रकार का विवाद नहीं है और सभी दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे। मांझी ने कहा कि, जिसके पास जिताऊ सीट होगी, उसी को टिकट मिलेगा और सब मिलकर उसे जिताएंगे।

मांझी के बयानों से साफ है कि सरकार के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर कर वह पर अधिक सीटों के लिए दबाव बना रहे हैं। हालांकि अब तो यह आने वाला वक्त ही बताएगा कि उनकी यह रणनीति कितनी कारगर साबित होती है।

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