देहरादून. पूर्व सीएम हरीश रावत ने पेपर लीक मामले को लेकर सरकार को घेरा है. उन्होंने सरकार पर नौजवानों की भावनाओं और भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अपनी विफलता को स्वीकार करना चाहिए‌. विरोध को पूरा हक है कि वह आपसे सवाल करे. उसका समाधान गिरफ्तारीयां नहीं है, किसी की भी गिरफ्तारी हो मैं उसकी निंदा करता हूं.

रावत ने एक्स पर लिखा कि ‘हमारा सिस्टम, चाहे पब्लिक सर्विस कमीशन हो या अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, परीक्षाएं करवा रहा है. कभी पूरे पेपर लीक हो जा रहे हैं, कभी आंशिक रूप से पेपर लीक हो जा रहा है और जहां परीक्षाएं हो जा रही हैं, वहां रिजल्ट नहीं निकल पा रहा है और जहां रिजल्ट निकल रहा है वहां नियुक्तियां नहीं मिल रही हैं तो नौजवानों की भावनाओं के साथ यह किस प्रकार का खिलवाड़ हो रहा है? कल खबर आई कि भाजपा नेता और नकल मिशन के प्रणेता हाकम सिंह और उनके एक सहयोगी गिरफ्तार हो गए हैं. आज खबर आई है कि पेपर लीक हो गया. फिर कहा जा रहा है कि आंशिक रूप से लीक नहीं हुआ है. अरे लीक तो लीक है. यह एक गंभीर मामला है, बहुत बड़ी विफलता है और नकल विरोधी कानून तो ऐसा लगता है कि केवल मजाक बन करके रह गया है.’

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‘भाजपा के नेताओं ने अपनी इतनी पीठ ठोक ली थी कि दूसरों के लिए कुछ सोचने, विचारने के लिए कुछ छोड़ा ही नहीं था. अब भाजपा को जनता को जवाब देना चाहिए कि आखिर तुम्हारी धाकड़ सरकार के धाकड़ मुख्यमंत्री का धाकड़ नकल विरोधी कानून का क्या हुआ? क्या असर पड़ा? पहले ही इम्तिहान में फेल हो गया. अब गिरफ्तारियों को नाटक रच कर और नया उलझाव पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है. अपनी विफलता को स्वीकार करना चाहिए‌. विरोधी को पूरा हक है कि वह आपसे सवाल करे? उसका समाधान गिरफ्तारियां नहीं है, किसी की भी गिरफ्तारी हो मैं उसकी निंदा करता हूं.’