Sarvesh Yadav Murder Case: कैब चालक सर्वेश यादव हत्याकांड मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। लूट के बाद सर्वेश को गोली मारी गई और उसके बाद शव को बाराबंकी में फेंका गया था। चार बदमाशों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था। आरोपी सवारी बनकर उसके गाड़ी में बैठे फिर मौके मिलते ही घटना को अंजाम देकर फरार हो गए।
फोन-CCTV फुटेज के माध्यम से हत्यारों तक पहुंची
बता दें कि कैब ड्राइवर सर्वेश यादव का शव रविवार को लखनऊ-बाराबंकी बॉर्डर पर एक पुल के नीचे मिला था। सर्वेश 20 अगस्त से लापता था। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था। मलिहाबाद थाने में परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज (Sarvesh Yadav Murder Case) कराई थी। मलिहाबाद और सर्विलांस टीम ने हत्या का खुलासा किया है। मृतक के फोन और CCTV फुटेज के माध्यम से पुलिस हत्यारों तक पहुंची।
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पुलिस ने बताया कि 20 अगस्त को चार बैंक कर्मियों ने हजरतगंज क्षेत्र से उनकी गाड़ी बुक की थी। जिसके बाद से वह लापता हो गए। सर्वेश के मोबाइल से भी कोई संपर्क नहीं हो पाया। दो दिन बाद उसका शव चिनहट क्षेत्र में देवा रोड पर एक डैम के पास मिली। जिसके बाद पुलिस (Sarvesh Yadav Murder Case) ने छानबीन की और आरोपियों तक पहुंच गई। चारों आरोपी सवारी बनकर उसकी गाड़ी में बैठे और असलहा लगाकर कैश, मोबाइल लूटा। उसके बाद कैब ड्राइवर की हत्या करके शव फेंक कर फरार हो गए।
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