Pitru Paksha Tarpan Dates: हाल ही में 15 दिन चलने वाला श्राद्ध पक्ष समाप्त हो गया है. पितृ पक्ष में किए गए पितृ तर्पण का विशेष महत्व होता है और यदि इसे भूल जाएं या न कर सकें तो ज्योतिषीय दृष्टि से पितृ दोष उत्पन्न हो सकता है, जिससे जीवन में बाधाएं और मानसिक अशांति आ सकती है. यदि पितृ पक्ष के दौरान तर्पण नहीं किया गया है, तो इसके भी समाधान बताए गए हैं.

यदि मृत्यु तिथि ज्ञात न हो तो सर्वपितृ अमावस्या पर किया गया तर्पण उत्तम एवं फलदायी माना जाता है. आगे आने वाली अमावस्या, शनिवार या एकादशी तिथि पर भी तर्पण एवं श्राद्ध करके पितरों की आत्मा को शांति दी जा सकती है.

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Pitru Paksha Tarpan Dates

Pitru Paksha Tarpan Dates

पितृ दोष निवारण के अन्य उपाय (Pitru Paksha Tarpan Dates)

  • पीपल के वृक्ष की पूजा करके उसे जल अर्पित करें और सात बार परिक्रमा करें.
  • ब्राह्मणों एवं गरीबों को अन्न, वस्त्र और जल का दान करें.
  • गाय को रोटी, गुड़ या हरा चारा खिलाएं और कौवों को भोजन दें.
  • घर में कर्पूर जलाना, विष्णु मंत्र या “ॐ पितृदेवाय नमः” का जाप करना लाभकारी रहेगा.
  • गंगा जल का प्रयोग व गंगा स्नान से भी पितृ दोष शांति संभव है.
  • श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करें और एकादशी व्रत रखें.
  • परिवार के सभी सदस्य मिलकर मंदिर में सिक्के दान करें और इसे पांच गुरुवार लगातार करें.

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