अभय मिश्रा, मऊगंज। मध्यप्रदेश के गौरव, मऊगंज के बहुती वाटरफॉल से एक बड़ी खबर सामने आई है। जिस जलप्रपात को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने पर्यटन स्थल घोषित किया, लेकिन उनके विकासोन्मुखी मंशा के विपरीत उसी प्रपात पर अवैध वसूली का काला कारोबार फल-फूल रहा है। अवैध वसूली का वीडियो भी सामने आया है।

बता दें कि एक वायरल वीडियो ने इस पूरे रैकेट का खुलासा कर दिया है। वायरल वीडियो में वसूली करने वाला शख्स साफ कह रहा है कि यह सब नईगढ़ी थाना प्रभारी जगदीश सिंह ठाकुर के इशारे पर हो रहा है। यही नहीं, उसने देवतालाब विधायक गिरीश गौतम के दामाद नीरज उर्मालिया पर भी 5 लाख रुपए के टेंडर के नाम पर वसूली कराने का आरोप लगाया है।

सवाल यह है कि जब कोई आधिकारिक टेंडर नहीं हुआ, तो यह वसूली किसके कहने पर हो रही है? क्या पर्यटन विकास की आड़ में स्थानीय सत्ता, ठेकेदारी और पुलिस का गठबंधन इस प्राकृतिक धरोहर को लूट रहा है? प्रशासन अब तक इस मामले में खामोश क्यों है? जबकि प्रपात के रेस्ट हाउस में पुलिस चौकी बनी हुई है और उसमें 2 सुरक्षाकर्मी 24 घंटे मौजूद रहते है। इसके बाद भी इस तरह की अवैध वसूली कई सवाल खड़े करती है

बलराम विश्वकर्मा (अवैध वसूलीकर्ता )

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H