पटना। बिहार की राजनीति में इन दिनों जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर चर्चा के केंद्र में हैं। अब उन पर भाजपा की ओर से सीधा हमला हुआ है। भाजपा प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने एक बड़ा सवाल उठाते हुए दावा किया कि प्रशांत किशोर ने दिसंबर 2024 में पटना में करीब 9 करोड़ रुपये की संपत्ति खरीदी जिसकी जानकारी उन्होंने सार्वजनिक दस्तावेज़ों के आधार पर दी है।

खुद भी जवाब

कुंतल कृष्ण ने कहा प्रशांत किशोर खुद को सबसे बड़ा ईमानदार बताकर सबको बेईमान ठहराते हैं। सवाल पूछना लोकतंत्र में जरूरी है लेकिन जब आप दूसरों पर उंगली उठाते हैं तो आपकी अपनी पारदर्शिता भी जनता के सामने होनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि संपत्ति से जुड़े दस्तावेज उनके पास मौजूद हैं और अब प्रशांत किशोर को यह स्पष्ट करना चाहिए कि इतनी बड़ी रकम कहां से आई।

राजनीति में पारदर्शिता की मांग

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि राजनीति में ईमानदारी का दावा करने वाले व्यक्ति को अपनी संपत्ति और आय के स्रोत को भी सार्वजनिक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता को यह जानने का अधिकार है कि कोई भी नेता या पार्टी संस्थापक कितने पारदर्शी हैं।

क्या प्रशांत किशोर जवाब देंगे?

भाजपा के इस हमले के बाद राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा शुरू हो गई है कि क्या प्रशांत किशोर अब अपनी संपत्ति को लेकर स्पष्टीकरण देंगे या इसे सियासी साजिश बताकर टाल देंगे।
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर लगातार राज्य सरकार, विपक्ष और सत्ताधारी दलों पर सवाल उठाते रहे हैं, लेकिन अब उनके खिलाफ भी प्रतिउत्तर की राजनीति शुरू हो गई है।

राजनीति में ‘साफ छवि’ की कसौटी पर PK

बिहार की राजनीति में प्रशांत किशोर एक नई विकल्प के तौर पर उभरने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में बीजेपी की ओर से उठाए गए इस सवाल को सिर्फ संपत्ति तक सीमित नहीं बल्कि उनकी साख पर सीधा हमला माना जा रहा है।