Navratri Special 2025: माता का अनोखा चमत्कार: यहां बलि के बाद जिंदा हो जाता है बकरा, मूर्ती भी बदलती है रंग

मंदिर बिहार का कैमूर जिले में स्थित है जहां माता को रक्तहीन बलि दी जाती है.

 यहां बकरे की जान नहीं ली जाती, बल्कि उन्हें मंत्रों से कुछ देर के लिए बेहोश कर दिया जाता है और इसे ही बलि माना जाता है.

मौजूदा समय में मंदिर का गर्भगृह सिर्फ पहाड़ी है. जबकि, पहले कभी यहां चारों तरफ मंदिर बने थे इसका एक बड़ा स्ट्रक्चर था. जिसे मुगल शासकों ने बाद में तोड़ा दिया था

मां मुंडेश्वरी के मंदिर के गर्भगृह में पंचमुखी भगवान शिव का शिवलिंग भी है, जिसकी भव्यता अपने आप में अनोखी है.

भोलेनाथ की ऐसी मूर्ति भारत में बहुत कम पाई जाती है. इस मूर्ति में एक ऐसा रहस्य छुपा है, जिसको आज तक कोई समझ नहीं पाया.

ऐसी मान्यता है कि इस मूर्ति का रंग सुबह, दोपहर और शाम को अलग-अलग दिखाई देता है. यहां शिवलिंग का रंग बदल जाता है, पता भी नहीं चलता.

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