देहरादून. राज्य में पेपर लीक मामला तूल पकड़ता जा रहा है. सीएम धामी के एक बयान को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ‘मुख्यमंत्री जी को उनके गुरु ने जिहाद के क्या शाब्दिक अर्थ बताए हैं, मुझे नहीं मालूम. मेरा ज्ञान, मुझे बताता है कि जिहाद बुराई के खिलाफ, अन्याय और शोषण के खिलाफ मानवता के पास एक सशक्त शाब्दिक उच्चारण है.’
हरीश रावत ने आगे कहा कि ‘आज मुख्यमंत्री जी ने नकल तथा पेपर लीक और उसका बेरोजगार नौजवानों के जीवन पर पड़ रहे दुष्प्रभाव के खिलाफ आवाज उठाने वालों को भी “नकल_जिहादी” कहा है. उनके कहने का क्या तात्पर्य है और ऐसा कहकर वह क्या संदेश देना चाहते हैं? यह मुख्यमंत्री जी को स्पष्ट करना चाहिए.’
इसे भी पढ़ें : Kumbh 2027 : प्रशासन की तैयारी तेज, नहर बंदी, स्टेशनों का सौंदर्यीकरण, सफाई व्यवस्थाओं के कार्यों को लेकर सीएस ने की समीक्षा
पूर्व सीएम ने कहा कि ‘इस शब्द को सुनने के बाद मैं अपने अकल के दरवाजे खटखटा रहा हूं और मुझे लग रहा है कि शायद मुख्यमंत्री जी कुछ अपनी पार्टी के आंतरिक झगड़ों से ज्यादा परेशान हैं अन्यथा जो नौजवान हमारे राज्य के भविष्य हैं और बेरोजगारी व भ्रष्टाचार से परेशान हैं. यूं इस तरीके से पेपर लीक आदि हो जाने से शासन तंत्र की विफलता के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, उन नौजवानों के लिए एक विशेष अर्थ में जिहाद शब्द का प्रयोग सुनकर मैं अवश्य चिंतित हूं. सत्ता अपने विरुद्ध हर आलोचना को सामाजिक विद्वेष का मुलम्मा चढ़ाकर अपनी विफलताओं को ढकने का प्रयास कर रही है. मैं इस प्रकार के समझ की निंदा करता हूं.’
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें