Stock Market Crash: भारतीय शेयर बाजार 26 सितंबर की सुबह अचानक दबाव में आ गया. सेंसेक्स करीब −379.71 (0.47%) अंकों की गिरावट के साथ 80,779.97 के स्तर पर फिसल गया, वहीं निफ्टी भी −121.50 (0.49%) अंक टूटकर 24,769.35 तक आ गया. सुबह के कारोबार में सेंसेक्स के 30 में से 22 शेयर लाल निशान में थे, जबकि सिर्फ 8 स्टॉक्स हरे निशान में टिके रहे.

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Stock Market Crash
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फार्मा सेक्टर में सबसे बड़ा झटका (Stock Market Crash)

सबसे ज्यादा दबाव फार्मा शेयरों पर देखने को मिला. सेक्टर इंडेक्स लगभग 4% टूट गया. दिग्गज कंपनियों में सन फार्मा 2% गिरा, जबकि सिप्ला का शेयर 1% फिसल गया. इसके अलावा ऑरोबिंदो फार्मा, ल्यूपिन, जायडस लाइफसाइंसेज और डॉ. रेड्डी जैसे स्टॉक्स में भी भारी बिकवाली देखने को मिली.

गिरावट की वजह बनी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नई पॉलिसी. ट्रम्प ने ब्रांडेड और पेटेंटेड दवाओं पर 100% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है, जो 1 अक्टूबर 2025 से लागू होगा. इस खबर के बाद भारतीय फार्मा कंपनियों के एक्सपोर्ट बिजनेस पर दबाव बढ़ने की आशंका जताई जा रही है.

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ग्लोबल संकेत भी कमजोर (Stock Market Crash)

सिर्फ घरेलू कारण ही नहीं, बल्कि ग्लोबल संकेत भी बाजार को कमजोर कर रहे हैं. जापान का निक्केई 0.41% गिरकर 45,566.58 पर बंद हुआ. हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग इंडेक्स 0.61% टूटा और 26,323 पर पहुंच गया. चीन का शंघाई कंपोजिट 0.18% गिरकर 3,846 पर कारोबार कर रहा है.

वहीं, अमेरिका का डाउ जोन्स 0.38% नीचे 45,947 पर बंद हुआ. नैस्डैक और S&P 500 दोनों में लगभग 0.50% की गिरावट रही.

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लगातार दूसरे दिन गिरावट (Stock Market Crash)

यह लगातार दूसरा दिन है जब बाजार में दबाव देखने को मिला. 25 सितंबर को भी सेंसेक्स 556 अंक टूटकर 81,160 पर बंद हुआ था और निफ्टी 166 अंक गिरकर 24,891 तक लुढ़क गया था. उस दिन 30 में से 26 शेयर लाल निशान में बंद हुए थे.

यह गिरावट निवेशकों के लिए एक चेतावनी है कि अगले कुछ हफ्तों में वैश्विक नीतियों और अमेरिकी फैसलों पर नजर रखना बेहद जरूरी होगा, क्योंकि फार्मा के अलावा अन्य सेक्टर भी दबाव में आ सकते हैं.

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