Brahma Temple: राजस्थान का पुष्कर तीर्थ केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि एक रहस्य और विश्वास से जुड़ा केंद्र है. यहां स्थित भगवान ब्रह्मा का जगतप्रसिद्ध मंदिर दुनिया में अद्वितीय है. क्या आपने कभी सोचा है कि सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा जी के मंदिर केवल यहीं क्यों हैं? इसके पीछे एक पौराणिक कथा छिपी है, जो श्राप और आस्था से जुड़ी हुई है.

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Brahma Temple
Brahma Temple

इस तरह है पौराणिक कथा (Brahma Temple)

कहा जाता है कि एक बार पुष्कर में ब्रह्मा जी ने यज्ञ का आयोजन किया था. परंतु, यज्ञ में पत्नी का साथ आवश्यक होने के बावजूद देवी सावित्री समय पर वहां नहीं पहुंचीं. यज्ञ का शुभ समय निकलता देख, ब्रह्मा जी ने यज्ञ पूर्ण करने हेतु गायत्री नामक कन्या से विवाह कर लिया. जब सावित्री वहां पहुँचीं और यह देखा तो उनका क्रोध भड़क उठा. उन्होंने ब्रह्मा जी को श्राप दिया कि उनकी पूजा इस संसार में कहीं नहीं होगी, केवल पुष्कर में ही उनका मंदिर रहेगा. तब से लेकर आज तक यही मान्यता चली आ रही है.

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विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मेला (Brahma Temple)

पुष्कर का यह मंदिर भारतीय आस्था और पौराणिक परंपरा का सजीव प्रतीक है. यहाँ प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर विशाल मेले का आयोजन होता है, जहाँ लाखों श्रद्धालु स्नान और पूजा के लिए आते हैं. यह मेला 30 अक्टूबर 2025 से शुरू होकर 5 नवंबर 2025 तक चलेगा.

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