कुंदन कुमार, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। आज शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का शुभारंभ करते हुए योजना के तहत बिहार 75 लाख महिलाओं के खातें 10-10 हजार रुपये ट्रांसफर किए। योजना के तहत केंद्र और बिहार सरकार लाभुक महिलाओं को 2 लाख देगी, जिसकी पहली किश्त आज पीएम मोदी ने जारी कर दी है।

‘चुनाव बाद 10 हजार वसूल करेगी बिहार सरकार’

पीएम मोदी द्वारा बिहार की महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपए भेजे जाने को लेकर सियासत भी देखने को मिल रही है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर सीधा हमला बोला है। तेजस्वी ने कहा है कि, चुनाव खत्म हो जाने दीजिए, फिर यही लोग पैसा इकठ्ठा करेंगे। पहले एक-दो महीने महिलाओं को राशि दी जाएगी, बाद में राज्य सरकार उन्हीं महिलाओं से 10 हजार रुपये तक की वसूली करेगी।

महिलाओं की सुरक्षा पर निशाना

तेजस्वी ने सवाल उठाया कि इस योजना में केंद्र सरकार का एक भी पैसा शामिल है या नहीं? पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि राजद शासनकाल में महिलाएं घर से बाहर निकलने से डरती थीं। इस पर पलटवार करते हुए तेजस्वी ने कहा कि, पत्रकार एक महीने का डेटा निकालें और देखें कितनी महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ, कितनी हत्याएं हुईं? क्या हमारी 17 महीने की सरकार में महिलाएं सड़क पर नहीं निकल रही थीं? एनडीए के पास बोलने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए झूठा प्रचार कर रहे हैं।

यह सुशासन है या जंगलराज?

तेजस्वी यादव ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी नीतीश सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि, क्या आपने सुना है कि 2005 से पहले किसी पत्रकार को किसी मंत्री ने मारा हो और पुलिस ने मामला दर्ज करने से इंकार कर दिया हो? आज यही हो रहा है। क्या यह सुशासन है या जंगलराज?

अमित शाह पर भी साधा निशाना

तेजस्वी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे को भी चुनावी पर्यटन करार दिया। उन्होंने कहा कि, अमित शाह का देश से कोई मतलब नहीं है। वे सिर्फ चुनाव आते ही बिहार दौरे पर आते हैं। उनके लिए देश की नहीं, सिर्फ चुनाव की अहमियत है।

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