देहरादून. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सचिवालय में राज्य दिव्यांग सलाहकार बोर्ड की बैठक आयोजित हुई. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार दिव्यांगजनों के अधिकारों और सम्मान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं और कार्यक्रमों का पूरा लाभ उन्हें सुगमता और पारदर्शिता के साथ मिले. समाज के इस वर्ग की समस्याओं का समाधान शासन-प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में होना चाहिए.
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मुख्यमंत्री धामी ने सचिव स्वास्थ्य को निर्देश दिए कि समय-समय पर प्रदेशभर में दिव्यांगजनों के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाए. इन शिविरों में दिव्यागजनों को उपचार और चिकित्सा सुविधाओं के साथ ही प्रमाण-पत्र, कृत्रिम अंग और अन्य सहायक उपकरण भी मौके पर ही उपलब्ध कराए जाएं.
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मुख्यमंत्री ने सचिव समाज कल्याण को निर्देश दिए कि बैठक में प्राप्त सुझावों पर शीघ्र कार्यवाही सुनिश्चित की जाए. उन्होंने कहा कि विभिन्न शासकीय सेवाओं में नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान आरक्षण के प्रावधानों के अनुसार दिव्यांगजनों को पूरा लाभ दिया जाए. मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि समाज कल्याण विभाग पेंशन योजनाओं में विशेष रूप से यह सुनिश्चित करें कि जो भी पात्र व्यक्ति दिव्यांग पेंशन या अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के दायरे में आते हों, उन्हें योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ मिले.
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उन्होंने सभी सचिवगणों से अपेक्षा की कि दिव्यांगजनों से जुड़े मुद्दों पर विभागीय स्तर पर सतत गंभीरता से कार्यों का अनुश्रवण कर उनके हितों से सीधे जुड़ी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को प्राथमिकता दी जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिव्यांगजन समाज का एक अभिन्न अंग हैं और उन्हें सक्षम बनाने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है. बैठक में उपस्थित विधायकगणों और बोर्ड सदस्यों ने भी कई महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए. मुख्यमंत्री ने उन सभी सुझावों पर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की बात कही. उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों की समस्याएं किसी भी सरकार के लिए केवल प्रशासनिक विषय न रहकर मानवीय सरोकार से जुड़ी जिम्मेदारी भी हैं और इसी भाव से राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही है.
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