गोपाल कृष्ण नायक खरसिया। कलेक्टर यशवंत कुमार ने आज खरसिया विकासखण्ड के ग्राम छोटे मुड़पार स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों की गहन समीक्षा की. इस अवसर पर उन्होंने आवासीय विद्यालय का निरीक्षण भी किया.
कलेक्टर यशवंत कुमार ने कहा कि शिक्षक बच्चों का भविष्य गढ़ते हैं. यह जरूरी है कि शिक्षक नई किताबें, नई विधियां एवं तकनीक से स्वयं को अपग्रेड करते रहें तभी उच्च स्तर हासिल कर सकेंगे और बच्चों को अच्छी शिक्षा दे सकेंगे. उन्होंने कहा कि नये लेखक की किताबें मंगाये और अध्ययन करें इससे एक ही विषय को नये दृष्टिकोण से देखने का नजरिया मिलता है और फिर कक्षा में बच्चों को नई चीजें बता पायेंगे. उन्होंने शिक्षकों से कहा कि इन बच्चों को आगे बढ़ाकर दिखाये. उन्होंने बच्चों के अनुत्तीर्ण होने तथा शाला त्यागी होने पर गहरी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने इस संबंध में कारणों की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि अगले सत्र में कोई भी बच्चा अनुत्तीर्ण नहीं होना चाहिए. शिक्षक अपने शैक्षणिक दायित्वों को निभायें. जो बच्चे पढ़ाई में कमजोर है उन्हें एक्स्ट्रा क्लास लेकर पढ़ाई करायें एवं बच्चों की काऊसिलिंग भी करें. क्योंकि कुछ बच्चों तेजी से सीखते है वहीं कुछ धीमी गति से सीखते है। धीमी गति से सीखने वाले बच्चों को धीरे-धीरे सीखाना होता है. उन्होंने कहा कि सभी शिक्षकों के शैक्षणिक कार्य की प्रतिमाह वे रिपोर्ट लेंगे. उन्होंने गणित, जीव विज्ञान एवं भौतिकी सहित अन्य विषयों के अध्यापन के संबंध में शिक्षकों से चर्चा की.उन्होंने प्राचार्य को निर्देशित किया सभी विद्यार्थियों का वर्ष में एक बार रक्त परीक्षण होना चाहिए. कलेक्टर ने इस मौके पर खेल मैदान के समतलीकरण करने के लिए एसडीएम गिरीश रामटेके को निर्देशित किया. उन्होंने बच्चों को मिलने वाली शिष्यवृत्ति के संबंध में भी जानकारी ली.
आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ए.के.गढ़ेवाल ने बताया कि अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु 20 अक्टूबर 2005 को एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की स्थापना छोटे मुड़पार में की गई थी. जहां कक्षा छठवीं से बारहवीं तक के छात्र अध्ययन कर रहे है. उन्होंने स्वीकृत पद सेटअप, विद्यार्थियों को प्रदाय की जाने वाली सुविधाएं, शिक्षकों की जानकारी, स्वास्थ्य परीक्षण, लाईबे्ररी सहित अन्य जानकारी प्रदान की. इस अवसर पर प्राचार्य ए.के.भारद्वाज, सहायक संचालक शिक्षा दीप्ति अग्रवाल सहित अन्य शिक्षकगण उपस्थित थे.