पटना। राजद सांसद सुधाकर सिंह ने शनिवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र और बिहार सरकार पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि भागलपुर के पीरपैंती में प्रस्तावित थर्मल पावर प्रोजेक्ट के जरिए अडानी समूह को करीब 30000 करोड़ रुपये का लाभ पहुंचाया जा रहा है। सुधाकर सिंह ने इस पूरी प्रक्रिया को चुनावी चंदे के बदले डील करार दिया। सांसद ने आरोप लगाया कि बिहार सरकार ने अडानी समूह को करीब 500 करोड़ रुपये मूल्य की जमीन उपलब्ध कराई है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब बिहार सरकार गरीबों को महज तीन डिसमिल जमीन देने में असमर्थ है, तो ऐसे में कॉरपोरेट समूह को इतनी बड़ी संपत्ति कैसे दी जा सकती है?

महंगी बिजली खरीद पर भी सवाल

सुधाकर सिंह ने बिजली दरों को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश सरकार अडानी से 5.80 प्रति यूनिट बिजली खरीद रही है, जबकि बिहार को वही बिजली 6.01 प्रति यूनिट दर से दी जा रही है। इससे बिहार को करीब 1024 करोड़ का नुकसान हो रहा है।

बिजली विभाग और सरकार की मिलीभगत

सांसद ने स्पष्ट तौर पर कहा कि यह सब बिहार सरकार और बिजली विभाग की मिलीभगत से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस पूरे सौदे का चुनावी चंदे से सीधा संबंध है और यह सार्वजनिक संसाधनों का दुरुपयोग है।

अड़ानी के लिए नियम ताक पर रखे गए

सुधाकर सिंह के मुताबिक इस प्रोजेक्ट के लिए नियमों को दरकिनार कर अडानी समूह को अनुचित लाभ दिया गया है। उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामले की स्वतंत्र जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई की जाए।