कुंदन कुमार /पटना। आईटी सेक्टर में निवेश को आकर्षित करने की दिशा में लगातार कदम बढ़ा रहा है। शनिवार को सूचना प्रावैधिकी मंत्री कृष्ण कुमार मंटू ने पाटलिपुत्र कॉलोनी स्थित नवनिर्मित सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (STPI) भवन का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि बिहार को पूर्वी भारत का आईटी हब बनाया जाए। नवनिर्मित STPI भवन करीब एक लाख वर्गफीट क्षेत्र में फैला है और इसमें 103 प्लग एंड प्ले की सुविधा उपलब्ध है। मंत्री ने यहां मौजूद आईटी कंपनियों और स्टार्टअप्स से मुलाकात की। इस मौके पर आईटी ITeS और ESDM सेक्टर से जुड़े आधा दर्जन स्टार्टअप्स ने अपनी उपलब्धियों और नवाचार की प्रस्तुति दी।

निवेशकों के लिए आकर्षक प्रावधान

मंत्री मंटू ने कहा कि बिहार सरकार की आईटी नीति-2024 में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कई प्रावधान किए गए हैं। इसमें पूंजीगत निवेश सब्सिडी ब्याज सब्सिडी और एसजीएसटी प्रतिपूर्ति जैसी सुविधाएं शामिल हैं। पूंजी निवेश पर 30 प्रतिशत सब्सिडी (अधिकतम 30 करोड़ रुपये तक) ब्याज अनुदान सब्सिडी के तहत परियोजना लागत का 50 प्रतिशत (अधिकतम 40 करोड़ रुपये तक) पांच वर्षों के लिए लीज रेंटल राशि पर 50 प्रतिशत सब्सिडी पांच वर्षों तक

रोजगार सृजन पर जोर

उन्होंने बताया कि रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए भी विशेष प्रावधान किए गए हैं। जिसमें विद्युत बिल का 25 प्रतिशत वार्षिक प्रतिपूर्ति पांच वर्षों के लिए। ईएसआई और भविष्य निधि पर नियोक्ता योगदान की 100 प्रतिशत प्रतिपूर्ति अधिकतम 5,000 रुपये प्रति कर्मचारी प्रतिमाह पांच वर्षों तक

बिहार की आईटी प्रगति पर जोर

मंत्री ने कहा कि तकनीक से तरक्की की तरफ बिहार तेजी से आगे बढ़ रहा है। राज्य में आईटी कंपनियों को अनुकूल माहौल और सुविधाएं देकर ज्यादा से ज्यादा निवेश आकर्षित करना सरकार की प्राथमिकता है।