पटना। बिहार में चुनावी रणभेरी बज चुकी है और भारतीय जनता पार्टी ने जीत के लिए रणनीतिक मोर्चेबंदी शुरू कर दी है। इसी क्रम में पार्टी ने संगठन के भरोसेमंद चेहरे डॉ. महेंद्र सिंह को एक बेहद अहम जिम्मेदारी सौंपी है। उन्हें बिहार के सबसे बड़े और सबसे प्रभावशाली ज़ोन मिथिला-तिरहुत का प्रभारी नियुक्त किया गया है। बीजेपी ने आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पूरे बिहार को 5 जोन में बांटा है। इन सबमें सबसे अहम और बड़ा जोन मिथिला-तिरहुत है जिसे अब डॉ. महेंद्र सिंह की अगुवाई में मजबूत किया जाएगा। इस ज़ोन में कुल 58 विधानसभा सीटें आती हैं जो चुनावी परिणामों को निर्णायक दिशा देने में सक्षम हैं।

12 जिले 10 लोकसभा क्षेत्रों की कमान

डॉ. महेंद्र सिंह को जो क्षेत्र सौंपा गया है, वह 12 जिलों और 10 लोकसभा क्षेत्रों को कवर करता है। यानी वे एक बड़े भूगोल और जनसंख्या वाले हिस्से के सियासी संचालन की कमान संभालेंगे। यह जिम्मेदारी उन्हें पार्टी के अंदर उनके मजबूत संगठनात्मक अनुभव और रणनीतिक कुशलता के चलते सौंपी गई है।

कई राज्यों में निभा चुके हैं कमान

डॉ. महेंद्र सिंह कोई नया चेहरा नहीं हैं। वे बीजेपी संगठन के मंझे हुए रणनीतिकार माने जाते हैं। उत्तर प्रदेश में भी वे पार्टी के लिए कई अहम ज़िम्मेदारियाँ संभाल चुके हैं और हर बार संगठन को जमीनी मजबूती देने का काम किया है।

यूपी के अन्य नेताओं को मिली सीमित भूमिका

दिलचस्प बात ये है कि जहां उत्तर प्रदेश के अन्य नेताओं को केवल 1-1 लोकसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई है, वहीं डॉ. महेंद्र सिंह को 10 लोकसभा और 58 विधानसभा सीटों वाला महा-ज़ोन सौंपा गया है। इससे साफ है कि पार्टी को उन पर खासा भरोसा है।

चुनावी मिशन को धार देने की तैयारी में बीजेपी

बीजेपी अब किसी भी सियासी चूक से बचना चाहती है। ऐसे में डॉ. महेंद्र सिंह जैसे अनुभवी चेहरे को मैदान में उतारना एक बड़ा और सोचा-समझा कदम है। माना जा रहा है कि वे जमीनी कार्यकर्ताओं से संवाद बनाकर पार्टी को चुनावी समर में नई धार देने का काम करेंगे।