Rajasthan News: राजस्थान के दौसा जिले के बांदीकुई क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक आभानेरी में दो दिवसीय आभानेरी फेस्टिवल का समापन धूमधाम से हुआ। इस उत्सव में डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने शिरकत की और स्वदेशी अपनाने का संदेश देते हुए मिट्टी का दीपक बनाया। यह फेस्टिवल विश्व प्रसिद्ध चांद बावड़ी और हर्षद माता मंदिर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया।

फेस्टिवल में दिया कुमारी ने कुम्हार के चाक पर बैठकर मिट्टी से दीपक बनाया और कहा, “इस दिवाली हमें मिट्टी के दीपक जलाने का संकल्प लेना चाहिए। भारतीय उत्पादों को अपनाने से स्थानीय कारीगरों को रोजगार मिलेगा।” उन्होंने चांद बावड़ी की तारीफ करते हुए इसे 8वीं शताब्दी की अनूठी स्थापत्य कला का प्रतीक बताया और पर्यटकों से इसे देखने की अपील की। इसके अलावा, उन्होंने हर्षद माता मंदिर में 20 मिनट तक विशेष पूजा-अर्चना भी की।

आभानेरी की चांद बावड़ी 8वीं और 9वीं शताब्दी की बेजोड़ स्थापत्य कला का अद्भुत नमूना है। इसकी विशालता और सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करती है। डिप्टी सीएम ने इसे भारत की सांस्कृतिक विरासत का गहना बताया और विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर देश-विदेश के पर्यटकों को देखने का आमंत्रण दिया।

पर्यटन विभाग के उप निदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि 2008 से शुरू हुआ यह फेस्टिवल हर साल राजस्थानी संस्कृति को जीवंत करता है। इस बार रोबिला ग्रुप के 7 फीट और 5 फीट की मूंछों वाले कलाकारों ने पर्यटकों का ध्यान खींचा।

भरतपुर की कामा नगाड़ा पार्टी, कच्ची घोड़ी, कठपुतली, और बहरूपिया कलाकारों ने शानदार प्रदर्शन किया। नुक्कड़ नाटक, ऊंटगाड़ी से ग्रामीण भ्रमण, और सांस्कृतिक संध्या में मांगनियार गायन, कालबेलिया, घूमर और भवाई नृत्य ने सबका मन मोह लिया। 27 सितंबर की भजन संध्या में दिलबर हुसैन ने मधुर भजन प्रस्तुत किए।

पढ़ें ये खबरें