दिल्ली. देश में बेरोजगारी किस कदर है. इसका अंदाजा वक्त वक्त पर निकलने वाली सरकारी नौकरियों में युवाओं के आवेदन करने की संख्या को देखकर लग जाता है.
गुजरात में चपरासी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नियुक्ति में सात डॉक्टरों और करीब 450 इंजीनियरों ने खुशी खुशी चपरासी की नौकरी करना स्वीकार किया. इनको अपने फैसले पर कोई अफसोस भी नहीं है.
दऱअसल गुजरात उच्च न्यायालय में चपरासी सहित फोर्थ क्लास के कुल 1149 पदों के लिए वैकेंसी निकली थी. जिनके लिए करीब एख लाख साठ हजार युवाओं ने आवेदन किया. चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद सात डॉक्टरों और 450 इंजीनियरों समेत 543 ग्रेजुएट नौजवानों ने चपरासी की नौकरी ज्वाइन की.