Mithun Manhas BCCI New President: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को आखिरकार अपना नया अध्यक्ष मिल गया है। रविवार को मुंबई में आयोजित बीसीसीआई की एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में 45 वर्षीय पूर्व घरेलू क्रिकेटर मिथुन मन्हास को निर्विरोध बोर्ड का नया अध्यक्ष घोषित किया गया। उनकी नियुक्ति ऐतिहासिक है, क्योंकि वह न केवल जम्मू-कश्मीर से चुने जाने वाले पहले अध्यक्ष बने हैं, बल्कि वह पहले ऐसे क्रिकेटर भी हैं जिन्होंने कभी भारत की नेशनल टीम का प्रतिनिधित्व नहीं किया और फिर भी बोर्ड की सबसे बड़ी कुर्सी तक पहुंचे।

कौन हैं मिथुन मन्हास?

मिथुन मन्हास का जन्म 12 अक्टूबर 1979 को जम्मू में हुआ था। उनके पास मैदान और मैदान से बाहर दोनों क्षेत्रों का गहरा अनुभव है। एक ओर उन्होंने लंबे समय तक भारतीय घरेलू क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ी, वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक भूमिकाओं में भी उन्होंने खुद को साबित किया।

मन्हास ने 1997/98 सीजन में फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था और लंबे समय तक दिल्ली रणजी टीम के भरोसेमंद मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज रहे। वह दाएं हाथ के बल्लेबाज होने के साथ-साथ ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी कर लेते थे। जरूरत पड़ने पर विकेटकीपर की भूमिका निभाना भी उनके करियर का हिस्सा रहा।

घरेलू क्रिकेट का शानदार करियर

राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण जैसे दिग्गजों की मौजूदगी के कारण मन्हास को भारतीय टीम में कभी मौका नहीं मिल सका, लेकिन उन्होंने घरेलू क्रिकेट में लगातार बेहतर प्रदर्शन से अपना नाम बनाया।

  • फर्स्ट क्लास: 157 मैच, 9714 रन, 27 शतक, 49 अर्धशतक, सर्वोच्च स्कोर 205*, औसत 45.82
  • लिस्ट ए: 130 मैच, 4126 रन, 5 शतक, 26 अर्धशतक, सर्वोच्च स्कोर 148, औसत 45.84
  • टी20: 91 मैच, 1170 रन, सर्वोच्च स्कोर 52, औसत 21.66

मन्हास ने 2007/08 रणजी सीजन में दिल्ली को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। उस सीजन में उन्होंने 57.56 की औसत से 921 रन ठोके और दिल्ली को खिताबी जीत दिलाई।

IPL सफर और कोचिंग करियर

रणजी में शानदार प्रदर्शन का नतीजा यह हुआ कि उन्हें 2008 में दिल्ली डेयरडेविल्स से IPL डेब्यू करने का मौका मिला। बाद में वह पुणे वॉरियर्स इंडिया (2011) और चेन्नई सुपर किंग्स (2015) का हिस्सा रहे।

2017 में संन्यास लेने के बाद मन्हास ने कोचिंग में कदम रखा। वह IPL फ्रेंचाइजी किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के सपोर्ट स्टाफ का हिस्सा रहे। इसके अलावा हाल के वर्षों में वह गुजरात टाइटंस की कोचिंग टीम में भी शामिल हुए।

प्रशासनिक अनुभव और JKCA से जुड़ाव

साल 2023 में मन्हास को जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (JKCA) का क्रिकेट ऑपरेशन्स डायरेक्टर बनाया गया। इस दौरान उन्होंने राज्य के क्रिकेट ढांचे को मजबूत करने और युवा खिलाड़ियों को आगे लाने पर खास ध्यान दिया। उनकी इसी प्रशासनिक दक्षता ने उन्हें BCCI अध्यक्ष पद तक पहुंचने का मार्ग प्रशस्त किया।

ऐतिहासिक उपलब्धि

बीसीसीआई की स्थापना 1928 में हुई थी और 97 सालों के इतिहास में पहली बार किसी जम्मू-कश्मीर के शख्स को अध्यक्ष बनने का मौका मिला है। साथ ही, मन्हास पहले ऐसे अनकैप्ड क्रिकेटर हैं जो बोर्ड के सर्वोच्च पद तक पहुंचे।

उनकी नियुक्ति यह संदेश भी देती है कि भारतीय क्रिकेट में सिर्फ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले ही नहीं, बल्कि घरेलू क्रिकेट और प्रशासन में अपनी छाप छोड़ने वाले खिलाड़ियों को भी बड़ा सम्मान मिल सकता है।

BCCI के अन्य पदों पर इन्हें किया गया नियुक्त

बीसीसीआई की एजीएम में अध्यक्ष के साथ-साथ अन्य पदों पर भी बदलाव किए गए। राजीव शुक्ला को एक बार फिर उपाध्यक्ष चुना गया है। वहीं, देवजीत सैकिया ने सचिव पद की जिम्मेदारी संभाली।

संयुक्त सचिव के पद पर अब प्रभतेज सिंह भाटिया नियुक्त हुए हैं। उन्होंने रोहन गौस देसाई की जगह ली है। गौरतलब है कि भाटिया इससे पहले बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष थे। अब कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी ए. रघुराम भट को सौंपी गई है।

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