हम भारतीयों के खाने में चावल के साथ दाल होना अनिवार्य है. बिना दाल के खाने की थाली अधूरी होती है. पर हम सबने देखा है की दाल पकाते समय झाग (Foam) ऊपर आता है, उसे देखकर कई लोग सोचते हैं कि यह शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है. चलिए आज जानते हैं कि इस झाग की असलियत क्या है, और इसे हटाना चाहिए या नहीं.

दाल में झाग क्यों बनता है?

जब आप दाल (जैसे मसूर, मूंग, अरहर आदि) को उबालते हैं, तो उसमें मौजूद प्रोटीन और घुलनशील फाइबर पानी में घुलने लगते हैं. जब ये गर्म पानी के संपर्क में आते हैं, तो सतह पर झाग या “फोम” बना देते हैं. यह एक प्राकृतिक रासायनिक प्रतिक्रिया है.

क्या यह झाग सेहत के लिए हानिकारक है?

नहीं, यह झाग बिल्कुल भी हानिकारक नहीं होता. यह कोई केमिकल या गंदगी नहीं होती. इसमें प्रोटीन और फाइबर के कुछ अंश होते हैं. अगर दाल साफ पानी से धोई गई है, तो यह झाग बिल्कुल सुरक्षित है.

कब झाग को हटाना चाहिए?

हालांकि यह हानिकारक नहीं है, लेकिन कुछ परिस्थितियों में झाग हटाना अच्छा हो सकता है जैसे

  1. अगर पानी साफ नहीं है या दाल अच्छी तरह धोई नहीं गई हो.
  2. दाल में गंदगी या कीटनाशकों के अंश होने की संभावना हो (सस्ते या असंगठित स्रोत से खरीदी गई हो).
  3. स्वाद और टेक्सचर की सफाई के लिए कुछ लोग झाग हटा देते हैं, जिससे दाल का रंग और बनावट थोड़ी साफ-सुथरी लगती है.