गांधीनगर. बिहार में विधानसभा चुनाव इस साल के अंत तक हो सकते हैं. पहले भी विपक्ष ने फर्जी मतदाताओं के होने का आरोप लगाया था. चुनाव आयोग ने SIR यानी विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान चलाया, जिसमें हर मतदाता का सत्यापन कर और मानकों पर खरे न उतरने वाले मतदाताओं से सबूत भी मांगे गए थे.

हालांकि इस मामले में काफी विवाद हुआ और सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी भी दी गई. अब गुजरात में भी ऐसी ही प्रक्रिया अपनाई जा रही है. गुजरात में दिवाली के बाद यानी अक्टूबर माह के अंत तक SIR (स्पेशल इन्टेन्सिव रिविजन) प्रक्रिया शुरू होगी. इस अभियान के तहत गुजरात के तमाम मतदाताओं की जांच 2 माह तक की जाएगी.
बीते साल लोकसभा के चुनाव हुए थे तब गुजरात की कुल 26 सीटों पर पौने पांच करोड़ से अधिक मतदाता रजिस्टर्ड हुए थे. सामान्यतः एक बूथ में करीब 1400 मतदाता होते हैं, इसलिए चुनाव आयोग जो प्रक्रिया करने जा रहा है उसका असर गुजरात के हर शहर और गांवों में रहने वाले वयस्क व्यक्तियों पर होगा.