टोमनलाल सिन्हा,मगरलोड। सरपंच गांवों में किस तरह भ्रष्टाचार कर ग्रामीणों को ठगते है. इसका जीता जागता उदाहरण मगरलोड के ग्राम पंचायत मोहदी से सामने आया है. सरपंच श्रवण साहू ने पटवारी के साथ मिलीभगत कर गांव की विधवा आदिवासी महिला हीराबाई कंवर की जमीन हड़प ली. पीड़िता महिला द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर सीधे मुख्यमंत्री के जनदर्शन पहुंचकर भूपेश बघेल से न्याय की गुहार लगाई है. मुख्यमंत्री भूपेश ने हीराबाई कवर को जल्द न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है.
दरअसल महिला की पति हीरालाल कवर के मौत के बाद पटवारी हल्का नंबर 18 कृषि भूमि खसरा नंबर 248 रकबा 0.13 हेक्टेयर भूमि मनरेगा सुधार के नाम पर ऋण पुस्तिका सरपंच ने ले लिया. फिर सरपंच ने पटवारी से मिलीभगत कर जमीन को अपने नाम पर चढ़ा लिया. ऋण पुस्तिका के मांगने पर धमकी देता है. वहीं 22 सितंबर 2015 को जिओ टावर के साथ अनुबंध भी फर्जी तरीके से कर लिया और अगस्त 2017 से प्रति महीना हजारों रुपए की राशि किराए से ले रहा है.
पीड़िता हीराबाई कवर मोहदी ने कलेक्टर, एसपी, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, थाना प्रभारी, तहसीलदार को कई बार आवेदन दी, लेकिन न्याय नहीं मिला. तब महिला गांव के सहयोगी कोमल यदु मानसिंह साहू और किशन साहू के साथ रायपुर जनदर्शन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सीधी बातचीत कर न्याय की गुहार लगाई. तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आदिवासी महिला हीराबाई कवर को जल्द न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है.
इस संबंध में सरपंच श्रवण साहू से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उससे मुलाकात नहीं हो सकी. मोबाइल से भी संपर्क किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया है. आदिवासी की जमीन गैर आदिवासी के नाम पर कैसे गया यह सवालिया निशान खड़ा करता है ? अब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद महिला को न्याय मिलता है या नहीं ? भ्रष्टाचार करने वालों पर क्या कुछ कार्रवाई होती है ?