Muzaffarpur News: मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। लोमा गांव में सियारी नदी में डूबने से एक मां और उसकी दो मासूम बेटियों की मौत हो गई। इस हादसे ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया है। घटना आज सोमवार की शाम 5 बजे के करीब की है।

कपड़ा धोने गई थी महिला

जानकारी के मुताबिक, 23 वर्षीय आशा कुमारी अपनी दो बेटियों सरस्वती (2) और राधिका (1) को लेकर नदी किनारे कपड़े धोने गई थी। कपड़े धोते समय दोनों बच्चियां पास में खेल रही थीं। खेल-खेल में अचानक वे नदी में जा गिरीं। बच्चियों को डूबता देख मां ने भी नदी में छलांग लगा दी। लेकिन गहराई और तेज धारा की वजह से वह खुद भी बाहर नहीं निकल पाई। देखते ही देखते तीनों की नदी में डूबकर मौत हो गई।

गोताखोरों ने निकाला शव

घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोग नदी किनारे पहुंचे। स्थानीय गोताखोर हरेंद्र मांझी और उनकी टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद तीनों शवों को बाहर निकाला। इसके बाद गायघाट थाना पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया।

पहले पति, अब पूरा परिवार उजड़ा

इस हादसे ने आशा के परिवार पर दुखों का पहाड़ तोड़ दिया है। कुछ महीने पहले ही उसके पति सुशील मांझी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। पति की असमय मौत के बाद आशा ही परिवार का सहारा बनी थी। लेकिन अब नदी की त्रासदी ने उसकी और मासूम बेटियों की भी जिंदगी छीन ली।

मातम में बदली दशहरे की खुशियां

घटना की खबर जैसे ही गांव में फैली, मातम छा गया। दशहरे जैसे त्योहार के मौके पर यह हादसा पूरे इलाके के लिए असहनीय साबित हुआ। ग्रामीणों ने सरकार से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। आशा के जेठ सुनील मांझी ने बताया कि, हादसे के वक्त घर के लोग कटरा गए थे। लौटने पर जब आशा और बच्चियों को घर पर नहीं पाया तो खोज शुरू की गई। बाद में नदी किनारे कपड़े और तीनों के शव देखकर सबके पैरों तले जमीन खिसक गई।

छानबीन में जुटी पुलिस

गायघाट थानेदार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इस दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया है।

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