छात्राओं के यौन शोषण के आरोप में आरोपी स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी के खिलाफ पुलिस जांच में कई महत्वपूर्ण खुलासे हुए हैं। पुलिस ने चैतन्यानंद के मोबाइल फोन से कई महिलाओं की चैट बरामद की है। जांच में पता चला है कि वह महिलाओं को आकर्षित करने और विश्वास में लेने के लिए कई वादे करता था। इसके अलावा, उसके फोन में कई एयरहोस्टेस की तस्वीरें और महिलाओं की सोशल मीडिया प्रोफाइल फोटो भी सेव पाई गईं। पुलिस ने चैतन्यानंद की दो महिला सहयोगियों को हिरासत में लिया है, जिनसे फिलहाल पूछताछ जारी है। अधिकारियों का कहना है कि सहयोगियों से जानकारी मिलने पर आरोपी की आरोपित गतिविधियों का पूरा नेटवर्क सामने आ सकता है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चैतन्यानंद पूछताछ में झूठ बोल रहा है और केवल तभी उत्तर देता है जब उसके सामने स्पष्ट सबूत पेश किए जाएं।
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आगरा से गिरफ्तार हुआ चैतन्यानंद
आरोपी स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी को पुलिस ने 28 सितंबर को सुबह 3:30 बजे आगरा के एक होटल से गिरफ्तार किया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपी पुलिस की पकड़ से बचने के लिए CCTV कैमरों से मुक्त सस्ते होटलों में ठहरता था। वह उत्तर प्रदेश के धार्मिक शहर वृंदावन और मथुरा में भी छिपा रहा। चैतन्यानंद के करीबी लोग उसके लिए होटल चुनते थे। पुलिस ने बताया कि चैतन्यानंद जांच में सहयोग नहीं कर रहा है और पूछताछ में झूठ बोल रहा है। वह केवल तब उत्तर देता है जब उसके सामने साक्ष्य पेश किए जाते हैं।
दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने आरोपी को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस दौरान आरोपी की मोबाइल चैट और अन्य सबूतों की जांच जारी रहेगी, जिससे उसके आरोपित नेटवर्क और सहयोगियों का खुलासा किया जा सके।
इंस्टीट्यूट की 17 छात्राओं से यौन शोषण का आरोप
स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी पर श्री शारदा इंस्टीट्यूट की 17 छात्राओं के यौन उत्पीड़न का आरोप है। उसके खिलाफ 4 अगस्त को वसंत कुंज नॉर्थ पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई थी। उस समय वह इंस्टीट्यूट का प्रमुख था। आरोपी को 9 अगस्त को पद से निष्कासित किया गया था और तब से वह फरार था। पुलिस ने उसे 28 सितंबर को आगरा के एक होटल से गिरफ्तार किया। इसके बाद, 29 सितंबर को दिल्ली पुलिस ने आरोपी से इंस्टीट्यूट में छात्राओं के यौन उत्पीड़न के मामलों में पूछताछ की। उसे उस कमरे में ले जाया गया, जहां उस पर छात्राओं को बुलाने का आरोप है। पुलिस ने बताया कि इस दौरान आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहा था और सवालों के सही उत्तर नहीं दे रहा था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मोबाइल और अन्य साक्ष्यों की जांच जारी है, और आरोपी की दो महिला सहयोगियों से पूछताछ भी चल रही है।
27 सितंबर को आगरा पहुंचा था चैतन्यानंद
स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी को 28 सितंबर की सुबह 3:30 बजे आगरा के एक होटल से गिरफ्तार किया गया। होटल के रिसेप्शनिस्ट भरत ने बताया कि चैतन्यानंद शनिवार शाम करीब 4 बजे होटल में पहुंचे। उनके ठहरने के दौरान उनसे मिलने कोई नहीं आया। भरत ने कहा कि नाइट शिफ्ट में काम करने वाले कर्मचारी ने उनकी एंट्री की थी। रविवार सुबह लगभग 3:30 बजे दो पुलिसकर्मी आए, जिन्होंने खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर बताया। दोनों पुलिसकर्मी चैतन्यानंद से कमरे में जाकर लगभग 10 मिनट तक बात की और उसे अपने साथ ले गए।
आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को निशाना बनाया
अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी छात्राओं को धमकाकर, अश्लील मैसेज भेजकर और विदेश यात्रा का लालच देकर अपने जाल में फंसाता था। चैतन्यानंद ने कई बार छात्राओं को देर रात कमरे में बुलाया और कम ग्रेड देने की धमकी दी। जांच के दौरान बरामद वॉट्सएप मैसेज में सामने आया कि वह छात्राओं को ‘बेबी’, ‘आई लव यू’, ‘आई अडोर यू’ जैसे संदेश भेजता था और उनके बालों और कपड़ों की भी तारीफ करता था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी की यह चालाकी और धमकाने का तरीका छात्राओं के मानसिक और भावनात्मक दबाव को दर्शाता है। अब पुलिस आरोपी की मोबाइल चैट और सहयोगियों की पूछताछ की जांच कर रही है ताकि पूरा नेटवर्क सामने आ सके।
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पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ है कि तीन महिला वार्डन और फैकल्टी सदस्य आरोपी की मदद कर रही थीं। पुलिस के मुताबिक, ये महिला सहयोगी छात्राओं पर दबाव डालकर चैट्स डिलीट करवातीं और उन्हें चुप रहने के लिए कहती थीं। जांच में यह भी सामने आया कि चैतन्यानंद ने EWS कोटे की छात्राओं को टारगेट किया, क्योंकि वे आर्थिक रूप से कमजोर थीं और स्कॉलरशिप पर पढ़ रही थीं। अब तक 32 छात्राओं से पूछताछ की गई, जिनमें से 17 ने सीधे यौन उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना की शिकायत दर्ज कराई। 16 छात्राएं मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज करा चुकी हैं। इसके अलावा, कुछ छात्राओं को आरोपी ने विदेश टूर का झांसा भी दिया था।
छात्राओं को आशीर्वाद देने के बहाने छूता, घूरता था
छात्राओं के यौन शोषण के आरोप सामने आने के बाद एक 29 वर्षीय छात्रा ने अपनी आपबीती साझा की। छात्रा ने बताया कि उसने यह संस्थान इसलिए चुना क्योंकि यह उसके बजट में था और एमबीए की फीस 6 लाख रुपए से भी कम थी। लेकिन दाखिले के दूसरे दिन से ही अजीब अनुभव होने लगे। छात्रा ने कहा कि चैतन्यानंद आशीर्वाद देने के बहाने घूरता, मुस्कुराता और छूता था। जब उसने सीनियर्स को यह बताया, तो उन्होंने उसे अन्य छात्राओं के अनुभवों के बारे में बताया, जो इससे भी बदतर हालात झेल चुकी थीं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इस प्रकार की शिकायतें आरोपी के सिस्टमेटिक उत्पीड़न और मानसिक दबाव को उजागर करती हैं। आरोपी की मोबाइल चैट, महिला सहयोगियों की भूमिका और छात्राओं के बयानों की जांच अभी भी जारी है।
आरोपी के खिलाफ पहले से आपराधिक मामले दर्ज
स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती के खिलाफ पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार, 2009 में दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी में उसके खिलाफ धोखाधड़ी और छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, 2016 में वसंत कुंज में एक महिला ने उसके खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया।
संस्थान में करोड़ों की हेराफेरी का आरोप
पुलिस और जांच रिपोर्ट के अनुसार, 2010 के बाद चैतन्यानंद ने शारदा इंस्टीट्यूट ट्रस्ट के समानांतर नया ट्रस्ट बनाकर संस्थान की मूल्यवान जमीन और फंड्स पर कब्जा करने की कोशिश की। आरोप है कि उसने करीब 20 करोड़ रुपए नए ट्रस्ट में ट्रांसफर किए।
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