कृष्ण कुमार मिश्र, जौनपुर. जिले में निजी अस्पतालों की लापरवाही का एक और मामला सामने आया है. अभी तक इलाज में लापरवाही से मरीजों की मौत की खबरें आती रही थीं, लेकिन अब अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही की वजह से करंट की चपेट में आने से एक महिला की जान चली गई.

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बता दें कि सरपतहा थाना क्षेत्र के सुइथा गांव निवासी लालती देवी इलाज के लिए नईगंज स्थित ट्यूलिप हॉस्पिटल लिए भर्ती थीं. उनकी देखरेख के लिए बेटा प्रदीप गौड़, बहू गुड़िया समेत पूरा परिवार मौजूद था. परिजन पानी भरने के लिए हॉस्पिटल परिसर में लगे वाटर कुलर के पास पहुंचे. वहां सकरी जगह में दो बड़े जनरेटर सेट के बीच वाटर कुलर लगाया गया था. पानी भरते वक्त बहू गुड़िया करेंट की चपेट में आ गई.

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परिजनों का आरोप है कि करंट लगने के बाद डॉक्टर और स्टाफ ने इलाज तक करने से मना कर दिया, किसी ने छूने तक की कोशिश नहीं की. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को जिला अस्पताल भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. मौत की जानकारी मिलते ही परिजन भड़क उठे और हॉस्पिटल में हंगामा किया.

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लोगों का कहना है कि अस्पताल ने सुरक्षा मानकों की खुलेआम अनदेखी की है. सकरी जगह में जनरेटर और वाटर कुलर लगाने से यह हादसा हुआ, जिससे साफ है कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही ने एक महिला की जान ले ली. निजी अस्पतालों मे महीने में कई बार लापरवाही से मौत होती है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर लीपापोती कर दी जाती है. आरोप है कि अधिकारी जांच के नाम पर मोटी रकम वसूलते हैं.