Donald Trump On Asim Munir Flattery: भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर का क्रेडिट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर लिया है। उन्होंने मंगलवार को अपनी पुरानी बातों को दोहराते हुए दावा किया कि मई में उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का समझौता कराया था। इसके कारण दक्षिणी एशिया के दो परमाणु संपन्न देशों के बीच बड़े संघर्ष को बढ़ने से रोका जा सका। जबकि पाकिस्तान के पीएम ने भी झूठे दावे गढ़े हैं। साथ ही ट्रंप ने नोबेल शांति पुरस्कार न मिलने पर भी निराशा जताई है। इसके साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान आर्मी चीफ आसिम मुनीर और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के चापलूसी का पिटारा भी खोल दिया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीश के साथ यहां मौजूद थे जो पाकिस्तान में एक बहुत ही महत्वपूर्ण व्यक्ति है। उन्होंने लोगों के एक समूह से कहा, ‘इस व्यक्ति ने लाखों लोगों की जान बचाई, क्योंकि उसने युद्ध को जारी रहने से रोक दिया।

उन्होंने कहा, ‘वह युद्ध बहुत बुरा होने वाला था। मैं ये सब सुनकर बहुत सम्मानित महसूस कर रहा था। मुझे उनके इस बात के कहने का तरीका बहुत पसंद आया। सबसे अच्छी बात ये थी कि हमने बहुत सारी जानें बचाईं। इस मौके पर वहां व्हाइट हाउस की चीफ ऑफ स्टाफ सुसान विल्स भी मौजूद थीं। ट्रंप ने दावा किया कि दोनों देशों के बीच चार दिनों से दुश्मनी बढ़ रही थी और सात विमानों के मार गिराने की खबरें थीं। ट्रंप ने कहा कि भारत-पाकिस्तान भिड़ रहे थे और मैंने दोनों को फोन किया। मैंने इस मामले में दोनों से ट्रेड का इस्तेमाल किया। मैंने कहा कि मैं आपके साथ ट्रेड नहीं करूंगा। हालांकि, ट्रंप ने एक बार फिर स्पष्ट नहीं किया कि सात विमान किसी देश के गिराए गए।
नोबेल शांति पुरस्कार न मिलने जताई निराशा
इसके साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ने इस मामले में नोबेल शांति पुरस्कार न मिलने पर निराशा भी व्यक्त की। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि ये पुरस्कार किसी ऐसे व्यक्ति को मिल सकता है, जिसने कुछ नहीं किया। फिर भी उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनका प्राथमिक लक्ष्य व्यक्तिगत पहचान नहीं था। उन्होंने कहा, ‘मुझे ये नहीं चाहिए. मैं चाहता हूं कि ये देश को मिले
ट्रंप के दावे को भारत ने किया खारिज
बता दें कि भारत ने ट्रंप के दावे को लगातार खारिज किया है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, मई के संघर्ष के बाद पाकिस्तान के साथ सीजफायर का समझौता दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच सीधी बातचीत से हुआ था। मई में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत ने पाकिस्तानी वायुसेनाओं पर भारी हमले किए, जिसमें सैटेलाइट इमेजरी से पाकिस्तानी हवाई अड्डों पर हैंगर और रनवे को नुकसान की पुष्टि हुई है।
पाकिस्तानी एयरबेस को हुआ नुकसान
सैटेलाइट इमेजरी इस बात की पुष्टि करती है कि भारतीय हमलों से पाकिस्तानी एयरबेस को भारी नुकसान पहुंचा था। जिसमें हैंगर और रनवे नष्ट हो गए थे। जबकि पाकिस्तानी सेना द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई पूरी तरह से असफल रही थी। ये सैन्य वास्तविकता पाकिस्तान के दावों को झूठा साबित करती है।
पहलगाम के जवाब में भारत ने लॉन्च किया था ऑपरेशन सिंदूर
आपको बता दें कि 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाते हुए हमला किया था। आतंकियों ने सैलानियों का धर्म पूछ-पूछ कर 26 हिंदू पर्यटकों की हत्या कर दी थी। इसके जवाब में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च कर पाकिस्तान और पीओके स्थित आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था। इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिससे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया और जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी एयरबेस को भारी नुकसान हुआ था।
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