प्रतीक चौहान. रायपुर. रायपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम के खिलाफ ओडिशा में एक अधिवक्ता ने एफएआईआर दर्ज कराई है. जिसकी खबर सबसे पहले लल्लूराम डॉट कॉम ने प्रकाशित की थी. लेकिन इस घटना के बाद एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है, जिसमें रायपुर रेल मंडल की एक महिला क्लर्क को आरपीएफ सेटलमेंट पोस्ट में पदस्थ एसआई दामिनी भारदिया ने फोन किया और पूरे मामले से जुड़े दस्तावेजों की मांग की.


सूत्र बताते है कि एसआई ने महिला क्लर्क को फोन किया और थाने बुलाया, लेकिन सवाल ये है कि जब एफआईआर अधिवक्ता ने कराई हो तो महिला क्लर्क के पास इसके दस्तावेज कहा से आएंगे ? इस घटना से जुड़ी एक ऑडियो क्लीप लल्लूराम डॉट कॉम के पास मौजूद है, जिसमें महिला एसआई ये कहती हुई सुनी जा सकती है कि उन्होंने महिला क्लर्क कल्पना स्वामी को फोन किया था और उनसे दस्तावेज मांगे है.

उक्त बातचीत में महिला एसआई ये भी कह रही कि उन्हें रेलवे बोर्ड को सूचना देनी होती है, इसलिए वे एफआईआर की जानकारी मांग रही है. सूत्र बताते है कि इस मामले में महिला क्लर्क के अधिवक्ता ने उक्त एसआई को फोन किया और ये पूछा कि वे किस नियम और धारा के तहत मामले की जांच कर रहे है वे उन्हें पत्र लिखकर बताएं, जिसके बाद एसआई ये कहती हुई सुनी जा सकती है कि वे जांच नहीं कर रही है उन्हें रेलवे बोर्ड एफआईआर की डिटेल भेजनी है इसलिए उन्होंने महिला क्लर्क को फोन किया.

लेकिन सवाल ये है कि ये काम तो आरपीएफ में एसआईबी का है और एफआईआर की कॉपी तो स्वयः सीनियर डीसीएम ने मीडिया को उपलब्ध कराएं है और तमाम मीडिया हाउस ने एफआईआर नंबर के साथ खबरें प्रकाशित की थी. अब सवाल ये उठका है कि महिला एसआई ने क्लर्क को फोन क्यों किया ? ये आरपीएफ के लिए जांच का विषय है.

इस खबर में मौजूद है एफआईआर नंबर