प्रदीप गुप्ता, कवर्धा। जिले के बेंदरची गांव की 14 वर्षीय नाबालिग बेटी तीन महीने से लापता है, लेकिन पुलिस के हाथ अब तक कोई सुराग नहीं लगा है। दर-दर भटकते माता-पिता मदद की गुहार लगा रहे हैं, पर बेटी की तलाश में उनका संघर्ष अभी भी जारी है। हालांकि पुलिस मामले में अब ही हर पहलुओं पर जांच की बात कह रही है।

दरअसल, बेंदरची गांव की एक गरीब मां-बाप की ज़िंदगी पिछले तीन महीने से थम गई है। उनकी 14 वर्षीय बेटी अचानक लापता हो गई और तब से पूरा घर मातम में डूबा है। रोज का काम-काज भूलकर मां-बाप बेटी का फोटो लेकर दर-दर भटक रहे हैं कभी चौक-चौराहे पर, कभी रिश्तेदारों के घर, तो कभी पुलिस थाने में।

माता-पिता रो-रोकर गुहार लगा रहे हैं “हमारी बेटी को ढूंढ दो, उसे घर ले आओ।” उनकी आंखों से टपकते आँसू हर देखने वाले का दिल पिघला देते हैं। पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट तो दर्ज कर ली है, लेकिन तीन महीने बाद भी बेटी का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।

मामले में एडिशनल एसपी पुष्पेंद्र सिंह बघेल ने कहा कि एफआईआर दर्ज कर लिया गया है और लगातार पतासाजी की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस अपने तरीके से पूरा प्रयास कर रही है और विभिन्न पहलुओं पर भी जांच चल रही है।