रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल के जन्मदिन के मौके पर छपे विज्ञापन पर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। विज्ञापन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर न होने से राजनीतिक हल्कों में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
विज्ञापन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री, मंत्रिमंडल के सहयोगियों और संगठन के अन्य नेताओं की तस्वीरें प्रमुखता से मौजूद थीं, लेकिन देश के सबसे बड़े नेता पीएम मोदी की तस्वीर का नदारद रहना सबके लिए आश्चर्य का विषय बन गया। इस मुद्दे पर कांग्रेस के प्रवक्ता आरपी सिंह ने तंज कसते हुए सोशल मीडिया पर लिखा है, “जायसवाल जी के जन्मदिन के विज्ञापन से मोदी जी की तस्वीर गायब! लगता है छत्तीसगढ़ भाजपा में कोई ऐसा भी है, जो पीएम की परवाह नहीं करता।”


छत्तीसगढ़ में नेताओं के जन्मदिन पर विज्ञापनों का सिलसिला कोई नई बात नहीं है। इन विज्ञापनों में नेताओं की तस्वीरों का चयन, उनकी जगह और आकार को राजनीतिक नजदीकी और प्रभाव का पैमाना माना जाता है। इस बार पीएम मोदी की तस्वीर का न होना न केवल चर्चा का विषय बन गया है, बल्कि यह सवाल भी उठा रहा है कि क्या यह भाजपा के आंतरिक समीकरणों में किसी उठापटक के संकेत हैं।
इधर स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने इस विवाद पर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। उनके करीबियों का कहना है कि यह विज्ञापन समर्थकों द्वारा तैयार किए गए थे और पीएम की तस्वीर का न होना केवल एक तकनीकी भूल है, लेकिन सियासी गलियारों में यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जन्मदिन के उत्सव से ज्यादा अब चर्चा इस बात की है कि आखिर स्वास्थ्य मंत्री के समर्थकों ने देश के प्रधानमंत्री की तस्वीर क्यों नहीं लगाई। जाहिर है एक साधारण विज्ञापन ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है।
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