कुंदन कुमार/पटना। बिहार में आज कौन-कौन से बड़े कार्यक्रम होंगे। कौन सी पार्टी के बड़े नेता प्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं। इन सभी की जानकारी आप तक हम पहुंचा रहे हैं। वहीं, प्रदेश में आज कहां-कहां कार्यक्रम होंगे, ये सभी जानकारी आप तक हम रोज पहुंचाएंगे, तो प्रदेश की सभी गतिविधियों को जानने के लिए पढ़ते रहे लल्लूराम डॉट कॉम।

आज के कार्यक्रम

गांधी जयंती पर मुख्यमंत्री का कार्यक्रम

गांधी जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2 अक्टूबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति पर सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर माल्यार्पण करेंगे। इस दौरान राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहेंगे। यह कार्यक्रम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों और सिद्धांतों को सम्मान देने हेतु आयोजित किया जा रहा है, जिससे समाज में अहिंसा और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिल सके।

राजद कार्यालय में गांधी जयंती कार्यक्रम

राजद (राष्ट्रीय जनता दल) कार्यालय में 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल की उपस्थिति में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी जाएगी। कार्यक्रम सुबह 11 बजे शुरू होगा, जिसमें पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता और आमजन शामिल होंगे। इस अवसर पर गांधी जी के सिद्धांतों पर चर्चा और उनके आदर्शों को अपनाने का संकल्प भी लिया जाएगा।

कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में कार्यक्रम

गांधी जयंती के अवसर पर पटना स्थित कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। सुबह 10 बजे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गांधी मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। कार्यक्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी शामिल होंगे। इस आयोजन का उद्देश्य महात्मा गांधी के आदर्शों को याद करना और उनके दिखाए गए मार्गों पर चलने का संकल्प दोहराना है।

गांधी मैदान में लंका दहन कार्यक्रम

पटना के गांधी मैदान में विजयादशमी के अवसर पर परंपरागत लंका दहन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम 2 अक्टूबर की शाम 5 बजे शुरू होगा, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। लंका दहन के माध्यम से बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीकात्मक संदेश दिया जाएगा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे और रावण दहन की परंपरा के साक्षी बनेंगे। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।