वीरेंद्र कुमार, दरभंगा। बारह साल का मासूम… खेलते-खेलते अचानक मौत की चपेट में आ गया। दुर्गा पूजा की रौशनी में सजा पंडाल एक पल में मातम के सन्नाटे में बदल गया। दरअसल जिले के आजमनगर में सजे दुर्गा पंडाल में बिजली की चपेट में आने से एक बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई, बताया जा रहा है की रात से हो रही बारिश के कारण सजावट के लिए लगा बांस भींगा हुआ था, जिसमें नंगे तार से बिजली प्रवाह हो रही थी।

इसी दौरान बगल में खेल रहा बगल के ही श्याम महतो के बारह वर्षीय बेटा अमरजीत बांस के चपेट में आ गया, लोग आस पास से गुजरते रहे लेकिन किसी का ध्यान उस तरफ नहीं गया। काफी देर तक बच्चा बिजली से चिपका रहा, जब एक महिला की नजर उस बच्चे पर पड़ी तो वह चिल्लाने लगी, जिसके बाद लोग वहां पहुंचे और बिजली काटकर हटाया व आनन -फानन में बच्चे को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया, इसके बाद परिजनों ने बच्चे की लाश को वापस मंदिर पर लाया। परिजनों, ने मंदिर के अंदर माता दुर्गा के प्रतिमा के सामने इस आशय के साथ रख दिया कि माता बालक को जिंदा कर देंगी, शायद उन्हें यह पता नहीं था कि मरने के बाद आत्मा वापस नहीं होती।

इस बीच घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस लोगों को समझाने में जुट गई। पुलिस बच्चे के शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजना चाहती थी। लेकिन परिजन पुलिस को शव छूने तक नहीं दे रहे थे। लगभग आधे घंटे तक बवाल और मिन्नतों का दौर जारी रहा।

मृतक बच्चे के माता-पिता दोनों विकलांग हैं, उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उसका बच्चा अब इस दुनिया में नहीं रहा। वह यह आश लगाए बैठे थे की उनका बच्चा मूर्ति के सामने जीवित हो जाएगा। हालांकि बाद में पुलिस और पूजा कमेटी के लोगों ने समझा बुझाकर परिजनों को पोस्टमार्टम के लिए तैयार किया।

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