RajasthanNews: जयपुर में राजस्थान विश्वविद्यालय में शस्त्र पूजा के दौरान एनएसयूआई और आरएसएस कार्यकर्ताओं के बीच भिड़ंत हुई थी, जिसमें एनएसयूआई कार्यकर्ता रवींद्र गंभीर रूप से घायल हो गए। गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एसएमएस अस्पताल पहुंचे और घायल रवींद्र से मुलाकात की।

गहलोत ने बीजेपी और आरएसएस पर सीधा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की मौजूदगी में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर हमला हुआ और वीडियो में पुलिसकर्मी गाड़ियां तोड़ते हुए भी दिखाई दे रहे हैं। गहलोत ने सवाल किया कि जब पुलिस संरक्षण में हिंसा होगी, तो लोकतंत्र कैसे सुरक्षित रहेगा।
पुलिस और आरएसएस पर आरोप
गहलोत ने कहा कि हमलावरों के पास पहले से तैयार डंडे थे और पुलिस आरएसएस के दबाव में काम कर रही है। उन्होंने पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज पर भी सवाल उठाए और कहा कि अगर वे दबाव में काम कर रहे हैं, तो उन्हें खुद को इस जिम्मेदारी से मुक्त करने की मांग करनी चाहिए।
उन्होंने कार्यकर्ताओं पर पहले धारा 151 और बाद में गैर-जमानती धाराएं लगाने को अनुचित बताते हुए पूछा कि क्या ये लोग समाज के दुश्मन हैं।
लोकतंत्र पर खतरे की चेतावनी
गहलोत ने कहा कि अगर ऐसी घटनाएं नहीं रुकीं, तो हालात और बिगड़ेंगे। उन्होंने आरएसएस के इतिहास और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। गहलोत ने सवाल किया कि क्या भारत भी रूस और चीन की तरह एकतरफा चुनावों की ओर बढ़ रहा है।
युवाओं से अपील
गहलोत ने युवाओं से कहा कि वे इस हिंसा को लेकर गंभीरता से सोचें और सही-गलत का फैसला करें। उन्होंने जोर दिया कि कांग्रेस अहिंसा और शांति की राह पर चलती है, जबकि सत्ता में बैठे लोग घमंड में डूबे हुए हैं।
गहलोत ने चेतावनी दी कि अगर वर्तमान सरकार ने ऐसी घटनाओं पर रोक नहीं लगाई, तो आने वाले समय में जिम्मेदार लोगों को जवाब देना पड़ेगा।
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