पटना। बिहार की सियासत में एक बार फिर से तीखी बयानबाजी देखने को मिली है। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के आरोपों का जवाब देते हुए ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने पलटवार किया है। चौधरी ने साफ कहा कि आरोप लगाना आसान है लेकिन सच्चाई कुछ और होती है। उन्होंने चुनौती दी कि उनकी घोषित संपत्ति से इतर अगर कोई एक धुर जमीन भी साबित कर दे तो वे गुलामी करने को तैयार रहेंगे।
घोषित संपत्ति पर सफाई
अशोक चौधरी ने कहा कि उन्होंने जो संपत्ति चुनावी शपथ पत्र में घोषित की है वही उनकी वास्तविक संपत्ति है। अगर कोई यह कहता है कि मेरी संपत्ति ट्रंप के साथ है तो यह सिर्फ आरोप है। कोई भी कागज दिखा दे उससे मेरा कागज साबित नहीं हो जाएगा।
छात्र राजनीति से यहां तक का सफर
अपने राजनीतिक करियर पर बोलते हुए चौधरी ने कहा कि वे छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे हैं और बैनर-पोस्टर लगाकर आज इस मुकाम तक पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि विरोधी चाहे जितने आरोप लगा लें लेकिन उनकी राजनीतिक हत्या नहीं हो सकती। मैं विरोधियों के सीने पर चढ़कर राजनीति करूंगा। मैं दलित का बेटा हूं और किसी से कम नहीं हूं।
न्यायालय नहीं, जनता की अदालत में भरोसा
चौधरी ने कहा कि न्यायालय का निर्णय आने में समय लगता है, लेकिन वे जनता की अदालत में जाने वाले हैं। उन्होंने दावा किया कि दो महीने में जनता का फैसला सामने आ जाएगा। बेलागंज का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वहां जन सुराज ने अपना हश्र देख लिया है और जनता ने बता दिया है कि किस पर भरोसा है।
नीतीश कुमार पर जनता का विश्वास
विधानसभा चुनाव को लेकर अशोक चौधरी ने कहा कि किसी भी दल का नेता बड़ा दावा कर सकता है, लेकिन सच्चाई यह है कि जनता को आज भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भरोसा है। उन्होंने कहा नीतीश कुमार के अलावा बिहार में कोई दूसरा नेता पैदा नहीं हुआ है। हम चुनाव लड़ेंगे या चुनाव लड़वाएंगे लेकिन एक काम जरूर करेंगे। चौधरी के इस बयान से साफ है कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बिहार की राजनीति में सियासी तकरार और तेज होने वाली है।
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