राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के शहरों को जोड़ने वाली हाई-स्पीड नमो भारत ट्रेन (Namo Bharat Train ) की रफ्तार और तेज होने वाली है। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) ने दिल्ली-पानीपत रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) के दूसरे चरण की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस नए कॉरिडोर से दिल्ली सीधे पानीपत से जुड़ेगी और भविष्य में इसे करनाल तक विस्तारित करने की योजना है।

रेखा गुप्ता ने अधिकारियों को टेक्नोलॉजी से अपडेट रहने की दी सलाह, बोलीं- ‘ट्रेनिंग अफसरों के साथ नेताओं के जीवन…’

तेज रफ्तार की राह में पहला कदम

हालांकि केंद्र, दिल्ली और हरियाणा सरकारों से अंतिम वित्तीय मंजूरी का इंतजार है, NCRTC ने टेंडर जारी कर दिए हैं और यूटिलिटी शिफ्टिंग की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। इसका मतलब है कि कॉरिडोर के रास्ते में आने वाली बिजली की तारें, लो-टेंशन केबल और ट्रांसफॉर्मर जैसी सुविधाओं को हटाने का काम जोर-शोर से चल रहा है। पहले हिस्से, जो नरेला से मुरथल तक 22 किलोमीटर का है, में यह काम शुरू हो चुका है। अधिकारियों के अनुसार, इस यूटिलिटी शिफ्टिंग में लगभग एक साल का समय लग सकता है।

चैतन्यानंद की तीन महिला सहयोगी गिरफ्तार: महिलाओं ने कबूला गुनाह, दो दिन पहले बाबा के कमरे से सेक्स टॉय और पोर्न सीडी मिली थी

दिल्ली-पानीपत RRTS कॉरिडोर NCRTC के तीन प्राथमिक कॉरिडोर में से एक है।

लंबाई: 136 किलोमीटर

मार्ग: दिल्ली के सराय काले खां से शुरू होकर नरेला → कुंडली → सोनीपत → गन्नौर → समालखा → पानीपत तक और बाद में करनाल तक विस्तार होगा।

स्टेशन: कुल 17 स्टेशन होंगे

रफ्तार: ट्रेनें 180 किमी/घंटा की गति से चलेंगी

यात्रा समय: दिल्ली से पानीपत का सफर अब 1 घंटे से भी कम में पूरा हो जाएगा, जबकि वर्तमान में यह सड़क या पुरानी ट्रेनों से 2–3 घंटे लेता है।

सराय काले खां स्टेशन – RRTS का मल्टीमॉडल हब

यह दिल्ली-पानीपत कॉरिडोर का शुरुआती स्टेशन होगा।

साथ ही दिल्ली-मेरठ और दिल्ली-अलवर कॉरिडोर के लिए भी यह नोडल हब का काम करेगा।

दिल्ली हाई कोर्ट का रामानुजन कॉलेज के प्रिंसिपल निलंबन पर बड़ा फैसला, लगाई अंतरिम रोक, ICC को दिए जांच के निर्देश

स्टेशन को मल्टीमॉडल हब के रूप में डिजाइन किया जा रहा है:

दिल्ली मेट्रो से कनेक्टिविटी

हजरत निजामुद्दीन ट्रांसपोर्ट इंटरचेंज से लिंक

इंटर-स्टेट बस टर्मिनल से आसान पहुंच

इसका मतलब: एक ही जगह पर ट्रेन, मेट्रो और बस, यानी यात्रियों को सुविधाजनक और तेज़ ट्रांजिट मिलेगा।

दिल्ली हाई कोर्ट में 15 साल के बच्चे ने मां-बाप से अलग रहने की लगाई गुहार, जानें क्या है मामला?

दिल्ली-पानीपत RRTS कॉरिडोर – NCRTC का दावा और लाभ:

यात्री क्षमता: लगभग 1 लाख यात्री प्रतिदिन

सुरक्षित और आरामदायक यात्रा

पर्यावरण के अनुकूल विकल्प, कार्बन उत्सर्जन कम होगा

दिल्ली-अंबाला हाईवे (NH-44) पर जाम में कमी

सैटेलाइट शहरों (सोनीपत, पानीपत आदि) से दिल्ली तक तेज़ और आसान यात्रा

दिल्ली की भीड़-भाड़ कम होगी

आसपास के शहरों का विकास और कनेक्टिविटी बेहतर होगी

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m

देश-विदेश की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक

लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें

खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक