शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में 9 बच्चों की मौत मामले में रिटायर्ड सिविल सर्जन एसके सक्सेना ने बड़ा बयान दिया है। कहा- जिस सिरप से मौतों की आशंका है उस बैच की सिरप पर तत्काल रोक लगना चाहिए। दवाइयों की क्वालिटी को इस्तेमाल के पहले चेक किया जाना चाहिए।
किसी तरह का मिलावट न हो
सक्सेना ने कहा- दवाई में जो इनग्रेडिएंट है वहां हानिकारक तो नहीं है। जो केमिकल कफ सिरप में डाला गया है वो वॉल पेंटिंग और गाड़ियों में इस्तेमाल किया जाता है। ड्रग कंट्रोलर विभाग को देखना चाहिए किसी तरह का मिलावट न हो। किसी दवा पर तत्काल पूरी तरह से रोक नहीं लगाया जा सकता है।
किडनी फेलियर से बच्चों की मौत
दरअसल मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में किडनी फेलियर से सात बच्चों की मौत के बाद दहशत है। जिले परासिया ब्लॉक के मोर डोंगरी में सात माह का बच्चा एवं 1 साल के प्रभावित मासूम को आज नागपुर रेफर किया है। अब मामूली सर्दी बुखार में भी बच्चों को लेकर बड़े पैरेंट्स अस्पतालों का रुख कर रहे हैं। करीब 40 से 50 बच्चे नागपुर में भर्ती हैं। अज्ञात बीमारी का खौफ मां-बाप पर इतना छा चुका है कि वह कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं।
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