योगेश पाराशर, मुरैना। बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र शास्त्री शुक्रवार को जौरा में धार्मिक अनुष्ठान में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने भव्य और विशाल मंच से जात-पात का भेद मिटाने के लिए अनूठा संदेश देशभर को दिया। अपने प्रवचनों से पहले हनुमान जी की आरती जौरा नगर पालिका के 13 सफाई कर्मचारियों (वाल्मीकि समाज) से करवाई। इसके बाद आशीर्वचन में कहा, कि मैं यहां प्रवचन सुनाने नहीं आया, बल्कि कहने आया हूं। वर्तमान में हिंदुओं की हालत विचित्र है। कहीं जात-पात को लेकर लड़ाई है, कहीं क्षेत्रवाद पर लड़ रहे हैं। अब एक न हुए तो नही परिवार बचेगा, नहीं बच्चे बचेंगे। कश्मीर जैसी हालत हो जाएगी। अपने बच्चों को कार-व्यापार नहीं, संस्कार देकर जाओ, जिससे धर्म विरोधी हमारे बच्चाें का धर्मांतरण नहीं करवा पाएंगे।

श्री ऊं मनकामेश्वर महादेव परमार्थ द्वारा कृषि मंडी परिसर में आयोजित हुए आशीर्वचन की शुरुआत पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कटीबरी हनुमान, पटिया वाले बाबा, बागेश्वर धाम और हर-हर महादेव के जयकारों के साथ की। उन्होंने कहा, कि तमिलनाडु में भगवान राम का पोस्टर जलाया, दुख यह है कि देश में किसी को इस बात की पीड़ा नहीं हुई। अब तक कोई एक शब्द नहीं बोला। ऐसा करने वाले रावण के वंश के हैं, इन्हें फांसी होना चाहिए।

 धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, कि हमें सरकार के कागजों में हिंदू राष्ट्र नहीं चाहिए, हमें देश के हर हिंदू के दिल में हिंदू राष्ट्र की भावना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी को सात नवंबर से दिल्ली के कात्यायनी मंदिर से पदयात्रा शुरू होगी। सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 10 दिन की होगी, जो 16 नवंबर को वृंदावन में पूर्ण होगी। 

उन्होंने कहा कि पूजा-पाठ को ही धर्म मान लिया गया है। जबकि धर्म दीन, दुखी, भूखे, जरूरतमंद की मदद करना, अधर्म के खिलाफ आवाज उठाना है। उन्होंने कहा कि किसी की मौत होने पर उनका परिवार तत्काल शोक संदेश, तस्वीर में उन्हें स्वर्गवासी लिख देता है। किसने देखा कि वह स्वर्ग गए हैं। स्वर्ग उन्हें ही मिलता है, जिस वंश में सपूत, संत, धर्म रक्षक पैदा होते हैं। 

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि कई लोग हमसे कहते हैं, कि हम भड़काऊ, आग लगाने वाली बातें करते हैं? हम मुस्लिम या ईसाईयों के खिलाफ नहीं, हम कट्टर हिंदू-सनातनी हैं। हमें ‘आई लव मोहम्मद’ से तकलीफ नहीं है। लेकिन जब ‘आई लव महादेव’ गूंजे तो उन्हें दिक्कत नहीं होनी चाहिए। पहले हिंदू डरा हुआ था, अब जगा हुआ है, छोड़ेगा नहीं। उन्होंने कहा कि 33 कोटि देवता हैं हमारे। कम पड़े तो नया भगवान बना लो। पर किसी मजार पर चादर चढ़ाने मत जाओ।

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने पत्रकारों से चर्चा कर कहा कि सात नंबर से 16 नवंबर तक भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए दिल्ली से वृंदावन तक 150 किमी की पदयात्रा शुरू कर रहे हैं। 16 नवंबर को बांके बिहारी को वस्त्र चढ़ाएंगें। सात नवंबर कात्यानी माता मंदिर से ध्वज उठाएंगें। गांव-गांव-गली गली में बंटे हुए हिंदुओं को गले लगाकर पुरजोर तरीके से हिंदू राष्ट्र बनाने का प्रण पूरा करेंगें। देश में रहने का अधिकार सबको है। 1947 में धर्म के नाम पर बंटवारा हुआ। पाकिस्तान एक विशेष धर्म के लोगों को जमीन दी गई। अब भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहिए। हमें सरकार के कागजों पर हिंदू राष्ट्र नहीं चाहिए। हमें लोगों के दिलों में हिंदू राष्ट्र चाहिए। 

वीआइपी कल्चर बहुत बढ़ गया है। हमारे तपस्वी बाबा ने स्वप्न में फटकार लगाई। इसलिए इस पर रोक लगाई और आज्ञा दी कि इस तरह से आपका सनातन का कार्य नहीं हो पाएगा और हम एक विशेष वर्ग तक सीमित रहेंगे। इसलिए हमने अपनी चीजों को सुधार किया और आने वाले दिनों में भक्त बनकर आएगा, उन्हें ही समय दिया जाएगा, वीआईपी या वीवीआईपी को नहीं। हिंदू राष्ट्र बनेगा तो गाय माता राष्ट्र माता हो ही जाएंगी। रामचरित्र मानस राष्ट्रीय ग्रन्थ हो ही जाएगा। गंगा का अपमान नहीं होगा। रामायण का अपमान नहीं होगा। तीर्थों का अपमान नहीं होगा। गीता का अपमान नहीं होगा। रामायण जलाई नहीं जाएगी। बूचड़खाने बंद होंगे। गौ अभ्यारण्य होगा। हर घर में गाय होगी। हिंदू राष्ट्र की यही तो परिकल्पना है। ये देश का दुर्भाग्य है हमने एक बयान दिया था जो मुसलमान की बेटियों के खिलाफ नहीं है। हमने कहा है कि बेटी तू दुर्गा बन, काली बन पर कभी न बुर्के वाली बन।

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