अविनाश श्रीवास्तव/सासाराम। सासाराम में बीती रात हुई मूसलाधार बारिश ने शहर और आसपास के इलाकों को बाढ़ जैसे हालात में पहुंचा दिया। रात से लेकर सुबह तक लगातार हुई तेज बरसात ने सैकड़ों परिवारों को संकट में डाल दिया। चारों ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है और पूरा शहर मानो झील में बदल गया हो।
मेडिकल कॉलेज परिसर डूबा
जमुहार स्थित नारायण मेडिकल कॉलेज का हाल सबसे ज्यादा खराब रहा। पूरा कैंपस पानी में डूब गया और अस्पताल परिसर में खड़ी 100 से अधिक गाड़ियां जलमग्न हो गईं। अस्पताल आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कच्चे मकान गिरे
तेज बारिश से जिले के कई इलाकों में कच्चे मकान ढह गए हैं। वहीं, कई सरकारी कार्यालय, अस्पताल और विद्यालय जलभराव की चपेट में आ गए हैं। धर्मशाला रोड के सैकड़ों दुकानों में नाले का गंदा पानी घुस गया जिससे दुकानदारों को लाखों का नुकसान हुआ है। कई घर भी पानी की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गए।
यातायात और बिजली-पानी की आपूर्ति ठप
आंधी और बारिश से पेड़ व बिजली के खंभे टूटकर गिर गए, जिससे शहर के बड़े हिस्से में बिजली गुल हो गई है। पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। सड़क यातायात बुरी तरह से ठप है, यहां तक कि रेलवे ट्रैक तक पर पानी चढ़ गया है जिससे ट्रेन परिचालन में भी कठिनाई हो रही है।
किसानों की फसलों को भारी नुकसान
भारी वर्षा से खेत भी डूब गए हैं। धान और अन्य खरीफ फसलों को भारी क्षति पहुंची है। किसान अब इस आपदा से उबरने की चिंता में डूबे हुए हैं।
जिला प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। राहत और बचाव कार्य में टीमें जुटी हैं। लेकिन फिलहाल सासाराम और आसपास के इलाकों में लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इतनी भीषण बारिश और जलजमाव उन्होंने पहले कभी नहीं देखा था।
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