पटना। BPSC TRE-4 परीक्षा का विज्ञापन अब तक जारी नहीं होने से नाराज अभ्यर्थी एक बार फिर सड़क पर उतर आए हैं। शनिवार सुबह करीब 11:30 बजे पटना कॉलेज से छात्रों ने प्रदर्शन की शुरुआत की। उनका उद्देश्य मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च करना था लेकिन पुलिस ने उन्हें कॉलेज के पास ही रोक दिया। हालात को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। प्रदर्शनकारी कैंडिडेट्स का साफ कहना है कि जब तक TRE-4 परीक्षा का विज्ञापन जारी नहीं होता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। शनिवार को जब अभ्यर्थी पटना कॉलेज से मार्च की तैयारी में थे तभी पुलिस ने उन्हें वहीं रोक दिया। उनका दावा है कि सरकार और शिक्षा विभाग ने पहले 1.20 लाख पदों पर बहाली का वादा किया था, लेकिन अब महज 26 हजार पदों की बात की जा रही है।

छात्र नेता की हिरासत से गुस्से में प्रदर्शनकारी

प्रदर्शन से पहले ही शुक्रवार रात दरभंगा में छात्र नेता दिलीप कुमार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस कार्रवाई से अभ्यर्थियों में और आक्रोश फैल गया। दिलीप कुमार ने एक वीडियो संदेश में कहा कि उन्हें बिना किसी वजह के हिरासत में लिया गया और उनके प्रचार वाहन को भी जब्त कर लिया गया। चार अन्य छात्रों को भी पटना के कोतवाली थाना ले जाया गया है।

सरकार के आश्वासन और शिक्षा मंत्री के बयान में विरोधाभास

प्रदर्शन कर रहे कैंडिडेट्स का कहना है कि 19 सितंबर को शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने छात्र प्रतिनिधिमंडल से मिलकर वादा किया था कि चौथे चरण की भर्ती में 1.20 लाख से अधिक पद शामिल होंगे। लेकिन शिक्षक दिवस पर शिक्षा मंत्री सुनील कुमार के बयान ने स्थिति को पलट दिया। मंत्री ने कहा था कि इस बार सिर्फ 26 हजार से अधिक पदों पर ही बहाली होगी। इसी बयान के बाद अभ्यर्थियों का गुस्सा भड़क उठा है।

TRE-4 परीक्षा की तारीखों का एलान

हालांकि शिक्षा मंत्री ने TRE-4 परीक्षा की तारीखों का एलान कर दिया है। उनके मुताबिक, यह परीक्षा 16 दिसंबर से 19 दिसंबर 2025 तक आयोजित की जाएगी और इसके परिणाम 20 से 26 जनवरी 2026 के बीच घोषित कर दिए जाएंगे। लेकिन छात्र संगठन सवाल उठा रहे हैं कि जब तक विज्ञापन नहीं निकलेगा तब तक तैयारी और आवेदन कैसे होगा?

पारदर्शी प्रक्रिया और वादे के अनुसार बहाली

छात्र नेता और प्रदर्शनकारी इस बात पर अड़े हैं कि सरकार को अपने वादे पर कायम रहना चाहिए। उन्होंने मांग की है कि परीक्षा प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी हो और पहले किए गए वादे के अनुसार 1.20 लाख से अधिक पदों पर बहाली की जाए। कैंडिडेट्स का कहना है कि अगर जल्द ही विज्ञापन जारी नहीं किया गया तो वे आंदोलन और तेज करेंगे।